कुल्लू: जिला कुल्लू में भी फोरलेन संघर्ष समिति के बैनर तले कई बार चार गुना मुआवजा की मांग को लेकर धरने प्रदर्शन हुए, तो कई बार सरकारों को भी ज्ञापन भेजा गया. हालात यह है कि मात्र कोरी आश्वासनों के अलावा फोरलेन प्रभावितों को कुछ नहीं मिल पाया है. ऐसे में चुनावी साल होने के चलते फोरलेन संघर्ष समिति ने एक बार फिर से आंदोलन करने का मन बना लिया है. कुल्लू में आयोजित बैठक में फोरलेन संघर्ष समिति के सदस्यों ने तय किया कि आने वाले समय में पर अपने आंदोलन को तेज करेंगे. चाहे उसके लिए उन्हें भूख हड़ताल पर ही क्यों ना उतरना हो. वहीं, चार गुना मुआवजे के मुद्दे को लेकर राजनीति का दौर अब गरमाने लगा है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव देवेंद्र नेगी का कहना है कि 2017 से पहले जगह प्रदेश में कांग्रेस की सरकार (congress on Kiratpur Manali Fourlane) थी तो भाजपा के जयराम ठाकुर, गोविंद सिंह ठाकुर सहित अन्य कई बड़े नेताओं ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया. कुल्लू में भाजपा ने किरतपुर मनाली फोरलेन (Kiratpur Manali Fourlane Project) प्रभावितों को भाजपा नेताओं ने आश्वासन दिया था कि उन्हें सत्ता में आने के बाद चार गुना मुआवजा दिया जाएगा और इस बात को भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में भी रखा था, लेकिन भाजपा की सरकार सत्ता में आई और फोरलेन प्रभावितों की इस मांग को भूल गई.
ये भी पढ़ें:जयराम कैबिनेट बैठक 31 जनवरी को, स्कूल खोलने पर होगा फैसला