कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल आनी में दो पंचायतों को जोड़ने वाली सात किमी बखनाओं-डुगाशिगान सड़क आज से करीब सात साल पहले बनाई गई थी. इस सड़क की दशा के चलते पिछले डेढ़ माहीने से HRTC ने भी यहां अपनी बसें भेजना बदं कर दी हैं.
इस समय सेब का सीजन अपने चरम पर है. ऐसे में बागवानों को अपना सेब मंडियों तक पहुंचाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में ग्रामीणों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. खराब सड़क के चलते ग्रामीणों ने खुद ही मिलकर सड़क के सबसे खराब प्वाइंट दुरुस्त कर दिए हैं.
सड़क के जिन स्थानों में सबसे ज्यादा कीचड़ और गड्ढे रहते हैं, उनपर ग्रामीणों ने पत्थर तोड़ कर स्वयं ही सोलिंग कर दी है. सड़क को दरुसत करने में महिला मंडल की महिलाओं ने भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाई है. आनी के युवा विवेक कुमार का कहना है कि इस सड़क से आनी की शिल्ली और च्वाई पंचायत के 10 गांवों का आना जाना रहता है. जिसमें दो पंचायत के गांव छबोली, धार, जगड, डुघा शिगाण, मरहान, लामीडुंगरी, खदेड़ डूंगाधार आदि गांव के सैंकड़ों ग्रामीण लाभान्वित होते हैं.
लोकनिर्माण विभाग ने नहीं ली सुध, तो ग्रामीणों ने खुद ही भरे सड़क पर पड़े गड्ढे. विवेक ने कहा कि कुछ बड़े खराब प्वाइंट को ग्रामीणों ने स्वयं दुरुस्त कर दिया है, लेकिन अभी भी कई ऐसे स्थान हैं, जिन्हें विभाग दुरुस्त नहीं कर पाया है. सड़क के मामले में पांच दिन पहले ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम आनी और एक्सईन से भी मिला था.
लिखित शिकायत देने और प्रशासन आश्वासन मिलने के बावजूद भी विभाग ने सड़क की कोई सुध नहीं ली है. ग्रामीण विवेक, कला देवी, बिरमा देवी, सुनीता, राजकुमार, रामकृष्ण, भगवान दास आदि ग्रामीणों ने सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द सड़क को दुरुस्त करें ताकि ग्रामीणों को बस सुविधा का लाभ मिल सके.