मनाली: प्रदेश में आने वाले दिनो में सेब सीजन शुरू होने जा रहा है, ऐसे में घाटी के बागवानों को अपनी सेब की फसल को सब्जी मंडियों तक पंहुचाने की चिंता सताने लगी है. घाटी के बागवानों की चिंता का कारण सेब सीजन के दौरान मजदूरों का न होना है.
कोरोना वायरस के चलते अधिकतर मजदूर घाटी से अपने घरों को वापस लौट चुके हैं, ऐसे में इस बार मनाली में सेब सीजन के दौरान मजदूरों की संख्या में कमी होने का अंदेशा लगाया जा रहा है, जिसके कारण बागवानों को इस बार सेब ले जाने के लिए मजदूर न मिलने से अपनी सेब की फसल बगीचों में ही सड़ने का डर सता रहा है.
वहीं, वन एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर से जब बागवानों की इस समस्या के बारे में बात की गई तो उन्होने कहा कि प्रदेश में शुरू होने जा रहे सेब सीजन को लेकर सरकार गंभीर है और सेब सीजन को लेकर मजदूरों की कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से सेब सीजन के लिए मजदूरों को लाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं.
बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए मंडी के भीतर और बाहर थूकने पर रोक रहेगी. दोषी को मंडी समिति सचिव जुर्माना कर सकेंगे. मार्केट यार्ड में चिन्हित स्थान पर ही ये लोग बैठ सकेंगे और पेमेंट का इंतजार तय स्थान पर सामाजिक दूरी बनाकर ही करना होगा. मंडी में प्रवेश करते ही वाहन को पूरी तरह से सेनिटाइज करना पड़ेगा. नीलामी के समय भी सामाजिक दूरी बनाकर रखनी होगी.
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