कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे में सुरक्षा का प्रारूप कैसा होगा, इस पर पुलिस तैयारी कर रही है. हर साल दशहरा उत्सव में सुरक्षा के लिहाज से शहर में 11 सेक्टर बनाए जाते थे, लेकिन इस बार तीन से चार सेक्टर बनाए जाने की संभावना है. दशहरा उत्सव में सुरक्षा को लेकर पुलिस हर बार जवानों की संख्या में वृद्धि करती आई है. इस बार इसमें 70 फीसदी तक कटौती की है.
कोरोना के चलते इस बार दशहरा उत्सव में न तो सैकड़ों देवी-देवताओं के देवरथ शामिल होंगे और न ही व्यापारिक गतिविधियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. दशहरा उत्सव में अधिक ट्रैफिक का भी बोझ नहीं होगा. दशहरे में पुलिस को सोशल डिस्टेंसिंग को कायम रखना सबसे बड़ी चुनौती होगा. भले ही दशहरा में मात्र सात देव रथों के साथ कारकून व देवलु भाग लेंगे. फिर भी रथयात्रा को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट सकती है. इसके लिए प्रशासन के साथ पुलिस को तैयार रहना होगा.