किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के साथ पूरे प्रदेशभर में पंचायती राज के चुनावों को लेकर देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी (Master Shyam Saran Negi) एक बार फिर से बहुत खुश दिख रहे हैं और आज भी उनमें उतनी ही ऊर्जा देखी जा सकती है. जितनी ऊर्जा हर चुनावों में होती है.
ईटीवी भारत शनिवार को देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी (Master Shyam Saran Negi) के निवास स्थान कल्पा पहुंचा है. जहां पहुंचते ही उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था मानो आज एक बार फिर वे एक नई ऊर्जा के साथ पंचायती राज के चुनावों के मतदान के लिए तैयार हैं, जब उनके घर पर उन्हें अपने काम करते हुए, हाथ मुंह स्वंयम धोते हुए और परिवार के साथ उनके समन्वय व उनके घर के मुखिया के रूप में उनके कार्य करवाने की क्षमता देखकर अचंभित रह गए.
अब तक किसी भी चुनावों में अपना मत देना नहीं भूले हैं
देश के प्रथम मतदाता (First voter of India) अब 104 वर्ष के दौर से गुजर रहे है, लेकिन इस उम्र में भी उनके सोचने व लोगों को पहचानना नहीं भूले हैं. देश के प्रथम मतदाता ने अब तक किसी भी चुनावों में अपना मत देना नहीं भूले हैं. जिसके चलते वे लोगों से भी चुनावों में मतदान देने की अपील करना नहीं भूलते. अब जैसे पंचायती राज के चुनावों को घोषणा हुई वे एक बार फिर से इस चुनाव में अपने मत का प्रयोग करने के लोई बिल्कुल तैयार है.
उनका कहना है कि वे रोजाना रेडियो के माध्यम से पंचायती राज के चुनावों के हलचल के बारे में सुन रहे हैं और इस बार जिला में नई पंचायतों के गठन से भी वे काफी खुश हैं. उनका कहना है कि जितनी ज्यादा पंचायतों का गठन होगा उतना ही जिला में विकास होगा.
मास्टर श्याम सरन नेगी (Master Shyam Saran Negi) का कहना है कि देश की कायाकल्प बदलने में देश की जनता का सबसे बड़ा हाथ रहता है और जनता जब अपने मत का प्रयोग करेगी और सही जनप्रतिनिधि चुनेगी तभी देश, प्रदेश व गांव का विकास होगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने अब तक बहुत से चुनाव देखे हैं जिसमें कुछ लोग अपने उल्लू सीधा करने के लिए चुनावों में अपनी दावेदारी पेश कर गांव के विकास पर रोक लगाने आते हैं.
'मत देने से परहेज नहीं करना चाहिए अन्यथा गांव का विकास रुक सकता है'
ऐसे व्यक्ति को पंचायती राज के चुनावों में मत देने से परहेज नहीं करना चाहिए अन्यथा गांव का विकास रुक सकता है. देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी ने पंचायती राज चुनावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकसभा, विधानसभा से भी बढ़कर पंचायती राज के चुनावों में लोगों को मतदान करना चाहिए, क्योंकि जब गांव का विकास होगा तभी देश का विकास होगा.
उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ देश की सरकार लगातार देश के गांव के विकास के लिए करोड़ों की राशि प्रदान कर रही है. वहीं, दूसरी ओर कई बार गांव में सही जनप्रतिनिधियों के न होने से सरकार के धनराशि का विकास का कार्यों में सही प्रयोग नहीं होता. जिससे कई ग्रामीण क्षेत्र पिछड़ जाते हैं.
ऐसे में इस पंचायती राज चुनावों में हर व्यक्ति अपने अपने क्षेत्रों में सही जनप्रतिनिधियों को चुनकर लाएं, ताकि गांव के हर समस्याओं के साथ गांव के विकास की सही रूपरेखा तैयार कर विकास के पथ की ओर ले जाए.
'विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए'
उन्होंने कहा कि आज भारत आधुनिक युग का भारत है जहां पढ़े लिखे युवाओं का देश है और देश के हर काम मे युवाओं को मौका देना चाहिए और पंचायती राज चुनावों में भी पढ़े लिखे, ईमानदार, व बूढ़े बुजुर्गों की इज्जत करने वाले युवाओं को चुनावी मैदान में उतरकर गांव के साथ देश के हरेक विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए.
उन्होंने बूढ़े बुजुर्गों से भी अपील की है कि पंचायती राज में युवाओं को मौका दें और देश को युवाओं की जरूरत भी है जो अपनी ऊर्जा से दोगुना काम कर सकते हैं. बता दें कि देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी की हालत में काफी सुधार आया है और वे भोजन इत्यादि भी समय समय पर ले रहे हैं.
'चाहे जितनी भी कठिनाइयां क्यों ना हो वे अपने मत का प्रयोग जरूर करेंगे'
उनका कहना है कि वे समय-समय पर भोजन करते हैं जिससे उनकी सेहत काफी अच्छी रहती है. नेगी ने कहा कि इन पंचायती राज चुनावों में वे चाहे जितनी भी कठिनाइयां क्यों ना हो वे अपने मत का प्रयोग जरूर करेंगे और प्रदेश के चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने लोगों से इस पंचायती राज चुनावों में बढ़चढ़कर मतदान करने की अपील की है और सही व्यक्ति को जनप्रतिनिधि चुनने के साथ गांव को प्रगतिशील बनाने पर अपनी सहमति दी है.