किन्नौर: जिला किन्नौर में कोरोना संक्रमण के बढ़ने के बाद जिला के सभी चिकित्सालयों के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के समक्ष कोरोना मरीजों की देखरेख व अन्य जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं. ऐसे में जिले में चिकित्सालयों में अब कोविड मरीजों को कोविड सेंटर तक मरीजों को लाने के लिए वाहनों की दिक्कतें भी सामने आने लगी हैं.
वहीं, जिला के अंदर कई एंबुलेंस तो दिन रात कोरोना मरीजों को चिकित्सालय तक लाने व ले जाने में ही व्यस्त हो रहे है. ऐसे में जिला में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के समक्ष मरीजों के वाहनों की समस्या भी पैदा होने लगी है.
जिला कांग्रेस कमेटी के गांधी एनजीओ द्वारा मंगलवार को रिकांगपिओ क्षेत्रीय चिकित्सालय को एंबुलेंस की दिक्कतों को देखते हुए दो वाहन क्षेत्रीय चिकित्सालय में कोविड मरीजों की आवाजाही व मरीजों को आपातकाल स्थिति में एक चिकित्सालय से दूसरे चिकित्सालय तक ले जाने की सुविधा के लिए सौंपा गया है.
चिकित्सालयों में वाहनों की समस्या सामने आ रही है
इस दौरान जिला परिषद सदस्य हितेश नेगी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जिला में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण की दर बढ़ रही है और चिकित्सालयों में वाहनों की समस्या सामने आ रही है. जिसको मद्देनजर रखते हुए किन्नौर कांग्रेस कमेटी के गांधी एनजीओ ने आज दो वाहन क्षेत्रीय चिकित्सालय को सौंपे हैं, ताकि कोविड मरीजों को लाने व ले जाने में समस्याएं न हो.
'राजनीति से दूर रहकर इस महामारी से लड़ना होगा'
उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में लोगो को राजनीति से दूर रहकर इस महामारी से लड़ना होगा, ताकि इस संक्रमण से लोगों को निजात मिल सके. बता दें कि जिले के क्षेत्रीय चिकित्सालय व आसपास के सभी कोविड सेंटरों में सैकड़ों कोविड मरीजों को उनके घर से लाने व ले जाने के लिए चिकित्सालय प्रबंधन के पास वाहनों की समस्या देखने को मिल रही है. ऐसे में अब जिला के अंदर कई संगठन भी इस महामारी के दौर में सहायता के लिए सामने आते दिख रहे हैं.
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