किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में इस महीने बर्फबारी के चलते एनएच-5 लगातार बंद है. ऐसे में जिला में सर्दियों के दौरान पर्यटकों का आना बंद हो गया है. पर्यटकों के न आने से टूरिज्म विभाग को लाखों का नुकसान हुआ है. वहीं, टूरिस्ट गाइडों की कमाई का साधन बंद भी सैलानियों के न आने से पूरी तरह से ठप है.
NH-5 बंद होने से पर्यटन विभाग को लाखों का नुकसान, बर्फबारी की वजह से शिमला से आगे नहीं आ रहे पर्यटक - kinnaur news
किन्नौर में इस महीने बर्फबारी के चलते एनएच-5 लगातार बंद है. ऐसे में जिला में सर्दियों के दौरान पर्यटकों का आना बंद हो गया है. पर्यटकों के न आने से टूरिज्म विभाग को लाखों का नुकसान हुआ है.
रिकांगपिओ टूरिज्म गाइड चन्द्र मोहन ने कहा कि इस वर्ष किन्नौर व लाहौल स्पीति विंटर ड्राइव के लिए पर्यटन विभाग ने योजना बनाई थी, लेकिन जिला में सड़कों की हालत ठीक नहीं है. इस महीने लगातार एनएच भी बन्द रहा, जिसके चलते अब पर्यटकों के लिए इस विंटर ड्राइव का आधा समय निकल गया है.
प्रशासन ने समय रहते एनएच के ब्लैक स्पॉट पर पहाड़ों से भूस्खलन रोकने के लिए दीवार नहीं लगाई थी, जिस वजह से एनएच यातायात के लिए बहाल नहीं हो पा रहा है. बता दें कि किन्नौर में इस महीने नदी-नालों में 13 बार ग्लेशियर, पांच से अधिक बार भूस्खलन हुआ है. ऐसे में सैकड़ों पर्यटकों ने किन्नौर से पलायन शुरू कर दिया है. सड़कों की दशा व खतरे को देखते हुए पर्यटक शिमला से ऊपरी इलाकों में नहीं आ रहे हैं.