किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी (Kinnaur MLA Jagat Singh Negi) प्रदेश सरकार को हर वर्ग का विरोधी बताया है. वीरवार को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ के बारे में (Regional Hospital Reckong Peo) मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि आज हिमाचल प्रदेश के अंदर बड़ी विपदा खड़ी हो गई है. इस विपदा ने राज्य सरकार के कार्यकाल में विकास कार्यों को ठप कर दिया है. इसके अलवा सरकार कर्मचारियों से लेकर बेरोजगारों की समस्या (Unemployment problem in Himachal) का निदान करने में विफल रही है.
साढ़े चार साल के कार्यकाल में सरकार ने नहीं किया कोई विकास, जल्द होगी विदाई: जगत नेगी
किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी (Kinnaur MLA Jagat Singh Negi) ने प्रदेश सरकार को हर वर्ग का विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल के कार्यकाल में सरकार ने कोई भी विकास नहीं किया है. आज प्रदेश की जनता उनसे तंग आ गई है. ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता से बाहर होने जा रही है. पढ़ें पूरी खबर...
उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) केवल बड़ी-बड़ी बाते करते है. लेकिन जमीनी स्तर पर उन्होंने प्रदेश के लिए कोई काम नहीं किया हैं. जगत सिंह ने कहा कि आज प्रदेश सरकार के राज मे हिमाचल के करीब तीन हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में मनरेगा (MGNREGA ACT 2005) के काम ठप पड़ा हुआ हैं. ऐसे में जो महिलाएं व पुरुष मनरेगा में मजदूरी कर अपना घर चलाते थे, वे भी अब परेशान हैं. लंबे समय से मनरेगा को चलाने वाले पंचायती राज के अधिकारी व कर्मचारी संतुष्ट नहीं दिख रहे है.
उन अधिकारियों व कर्मचारियों की मांग केवल यही है कि उन्हें पंचायती राज विभाग या ग्रामीण विकास विभाग में से एक विभाग में सम्मिलित किया जाए. ताकि उन्हें एक विभाग के तहत काम करने में आसानी हो. लेकिन सरकार की अव्यवस्था के चलते आज प्रदेश समेत जिले में मनरेगा संचालित करने वाले अधिकारियों की मांगें नहीं मानने से मनरेगा के काम की गति तेज नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्ष से ज्यादा के कार्यकाल में कर्मचारियों के हित व बेरोजगारी पर काम नहीं किया है. जिसके चलते प्रदेश के अंदर आज कोई भी वर्ग जयराम सरकार से खुश नहीं दिख रहा है. आज महिलाएं, युवा, कर्मचारी और मजदूर प्रदेश सरकार के नीतियों से परेशान हो चुके हैं और आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता से बाहर जाने वाली है.