किन्नौर: किन्नौर में वर्ष 2017 के बाद दिव्यांगों के लिए एक बार भी मेडिकल बोर्ड की बैठक नहीं हुई ,जिससे जिले के नए दिव्यांगों को 5 साल बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिला. जिससे यह पता चलता है कि प्रदेश सरकार दिव्यांगों के प्रति चिंतित नहीं है, यह बात विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के (MLA Jagat Singh Negi press conference in reckongpeo)दौरान कही. नेगी ने कहा कि इन दिनों प्रदेश सरकार जिले के तीनो खंडों मे स्वास्थ्य मेले के नाम से शिविर लगा रही है.
विधायक नेगी की रिकांगपियो में प्रेस कॉन्फ्रेंस: मेडिकल बोर्ड बिठाकर दिव्यांगों को सर्टिफिकेट देने की मांग - MLA Jagat Singh Negi press conference in reckongpeo
किन्नौर में वर्ष 2017 के बाद दिव्यांगों के लिए एक बार भी मेडिकल बोर्ड की बैठक नहीं हुई ,जिससे जिले के नए दिव्यांगों को 5 साल बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिला. जिससे यह पता चलता है कि प्रदेश सरकार दिव्यांगों के प्रति चिंतित नहीं है, यह बात विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के (MLA Jagat Singh Negi press conference in reckongpeo)दौरान कही.
जिसमें क्षेत्रीय चिकित्सालय के विशेषज्ञ डॉक्टरों को इस शिविर में भेजा गया और क्षेत्रीय चिकित्सालय में सैकड़ों मरीज ओपीडी के बाहर परेशान दिखाई देते हैं.उन्होंने कहा कि यदि सरकार को स्वास्थ्य मेले के नाम से शिविर करवाना था तो जिले के सभी चिकित्सालयों में डॉक्टरों की तैनाती करनी चाहिए थी. दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं दी जानी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष मे भाजपा केवल स्वास्थ्य शिविर के नाम पर राजनीति कर रही है.
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए शौचालयों व रेन शेल्टरों आदि में अलग से व्यवस्था का प्रावधान होता ,लेकिन जिले में इस तरह का कोई भी प्रावधान नहीं किया गया. यही नहीं सरकार द्वारा बजट में भी दिव्यागों के लिए कोई खास प्रावधान नहीं किया गया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि किन्नौर में शीघ्र मेडिकल बोर्ड बिठाकर नए दिव्यांगों को सर्टिफिकेट दिया जाए, ताकि उन्हें सुविधाएं मिल सकें.
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