किन्नौरः पहाड़ियों के बीचों-बीच बसा जनजातीय जिला किन्नौर में हो रही बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है. बर्फबारी के बाद सतलुज और अन्य नदी नालों के जलस्तर कम हो गया है. जिस कारण आने वाले दिनों में बिजली उत्पादन में भी आ कमी सकती है.
किंन्नौर में बर्फबारी के बाद सतलुज का जलस्तर हुआ कम, बिजली उत्पादन में भी आ सकती है कमी - low water level at kinnaur after snowfall
जिला किन्नौर में बर्फबारी के बाद सतलुज और अन्य नदी नालों के जलस्तर कम हो गया है. जिस कारण आने वाले दिनों में बिजली उत्पादन में भी आ कमी सकती है. जलस्त्रोत जम जाने के कारण पीने के पानी की समस्या भी उतपन्न हो रही है.
बता दें कि ठंड के चलते इन दिनों जिला भर के नदी नालों में पानी का बहाव भी कम हो गया है और पहाड़ियों पर अधिक बर्फबारी व ठंड से जलस्त्रोत जमने लगे हैं. जिला किन्नौर में सतलुज, बास्पा नदी, भावा नदी, रोपा नदी व अन्य छोटे नालों के जलस्तर कम होने से अब बिजली उत्पादन में भी कमी आएगी, जिससे जलविद्युत परियोजनाओं पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा.
वहीं, जिला में ठंड से अन्य जलस्त्रोत झम जाने के कारण पीने के पानी की समस्या भी उतपन्न हो रही है. जिससे लोगों को पाने के पानी आपूर्ति के लिए दूरदराज प्राकृतिक जलस्त्रोत की ओर जाना पड़ रहा है.