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सेहत से खिलवाड़! एक्सपायरी डेट निकल जाने के बाद भी दुकानों में बिक रहे सामान

किन्नौर में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में व्यापारी और दुकानदार ग्राहकों को एक्सपायरी सामान बेच रहे हैं. व्यापारी नफा-नुकसान के चक्कर में लोगों की जान दांव पर लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे व्यापारियों पर नकेल कसने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग समय-समय पर खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग भी कर रहा है. इतना ही नहीं विभाग सैंपल फेल होने पर जुर्माने भी वसूल रहा है. ताकि व्यापारी ऐसा दोबारा करने से बचे.

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Published : Mar 3, 2021, 9:59 PM IST

Updated : Mar 4, 2021, 7:43 PM IST

kinnaur based Traders selling expiry goods in shops
किन्नौर में बिक रहे एक्यपायरी डेट के सामान.

किन्नौर: कहते हैं कि तंदरुस्ती हजार नेमत के बराबर है. अगर सेहत ठीक है तो सब ठीक है. अच्छी सेहत के लिए अच्छा खाना पीना भी जरूरी है. लेकिन यहीं सेहत खबर होने लगे तो जिंदगी जीना मुश्किल हो जाता है. खराब या एक्सपायर समानों का सेवन इसका सबसे बड़ा कारण है. ऐसा ही कुछ बर्फीली वादियों से घिरे जिला किन्नौर में देखने को मिला है. यहां दुकानदार आम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हुए नजर आ रहे हैं.

देश प्रदेश के साथ ही किन्नौर में जब लॉकडाउन की परिस्थितियां शुरू हुई तो इस दौरान व्यापारियों की दुकानें बंद रहीं या कुछ दुकानों को समय-समय पर खोलने के निर्देश जारी किए गए. लॉकडाउन के दौरान व्यापारी और दूसरे खाद्य पदार्थ बेचने वालों ने गोदामों में अच्छा खासा स्टॉक किया था. इनमें कुछ चीजों की एक्सपायरी डेट भी समाप्त हो गई थी. मुनाफा कमाने के चक्कर में दुकानदार इन एक्सपायरी चीजों को ग्राहकों को बेच रहे थे.

वीडियो रिपोर्ट.

निचले क्षेत्र से खाद्य पदार्थों की सप्लाई बाधित

लॉकडाउन के दौरान निचले क्षेत्र से कई चीजों की सप्लाई भी नही थी. ऐसे में निचले क्षेत्र से किन्नौर के व्यापारी होलसेल का सामान और खाद्य प्रदार्थो की मांगें कम कर दी थी. क्योंकि व्यापारियों के सामने अपने पुराने सामान को बेचने की भी चुनौती थी. लेकिन व्यापारी नफा-नुकसान के चक्कर में लोगों की जान दांव पर लगाने से बाज नहीं आए.

सब्जी की दुकानों में बिकती है डेली नीड्स की वस्तुएं

जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ और दूसरे सभी बाजारों में ऐसे कई बड़े सब्जी विक्रेता है जो सब्जी के अलावा दूसरी चीजे भी बेचते है. ऐसे में डेली नीड्स, मिठाई और जाइनीज फास्टफूड की सैंपलिंग खाद्य सुरक्षा विभाग हर महीने करता है. ताकि व्यापारी एक्सपायरी सामान की बिक्री न कर सकें.

जल्दबाजी में एक्सपायरी डेट नहीं देखते उपभोक्ता

जिला किन्नौर के मुख्य बाजार रिकांगपिओ, भावानगर, टापरी, पूह है. जहां पर सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी भी रोजाना रोजमर्रा के सामान खरीदते है. ऐसे में कई बार जल्दबाजी के चलते लोग न तो समान के बिल लेते है न ही खरीदी हुई वस्तुओं के एक्सपायरी डेट देख पाते है. इसके बाद ऐसी चीजों के सेवन से कई बार उपभोक्ताओं का ही नुकसान होता है.

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2017 में खुला खाद्य सुरक्षा विभाग का ऑफिस

जिला किन्नौर में 2017 को खाद्य सुरक्षा विभाग का कार्यालय स्थापित हुआ, जिसके बाद इलाके में व्यापारियो के खाद्य प्रदार्थो का निरीक्षण होता रहा है. किन्नौर में शिमला जिले से पैकिंग दूध, ब्रेड, डबल रोटी, कुलचे और कम अवधि चीजों की सप्लाई होती है. इन सामानों की सैंपलिंग का जिम्मा खाद्य सुरक्षा विभाग के पास है.

हर महीने दुकानों से लिए जा रहे सैंपल

जिला के खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त धर्मेंद्र चौहान का कहना है कि जिला किन्नौर के लगभग सभी बाजारों में विभाग के अधिकारी निरीक्षण करते रहते है. कई व्यापारियो के दुकानों से एक्सपायरी डेट की चीजें, मिठाई, चाइनीज पदार्थों के सैंपल भी फेल मिलते हैं. ऐसे में इन व्यापारी पर कार्रवाई भी विभाग के अधिकारी करते हैं. खाद्य सुरक्षा कानून के तहत किसी भी एक्सपायरी चीजों को बेचना जुर्म है. ऐसे में यदि जिला में कोई व्यापारी एक्सपायरी चीजे बेचता है तो सख्त कार्यवाई की जाएगी.

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Last Updated : Mar 4, 2021, 7:43 PM IST

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