किन्नौर:जिले के ज्ञाबुग गांव के पंचायत घर के करीब गुरुवार को एक हिम तेंदुए का जख्मी शावक (Injured cub of snow leopard) देखा गया है, जिसके चलते ग्रामीण दहशत में आ गए हैं. आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग फिलहाल इस क्षेत्र से गुजरने से डरे हुए हैं. जबतक वन विभाग इस हिम तेंदुए के शावक को कब्जे में नहीं ले लेता, तब तक जोखिम बना हुआ है.
किन्नौर के ज्ञाबुग गांव में दिखा हिम तेंदुए का जख्मी शावक, दहशत में ग्रामीण - किन्नौर में हिम तेंदुआ
किन्नौर के ज्ञाबुग गांव में हिम तेंदुए का जख्मी शावक (Injured cub of snow leopard) दिखने से ग्रामीण दहशत में हैं. इन दिनों ज्ञाबुग गांव के ऊंचाई वाले इलाकों मे बर्फबारी के चलते जंगली जानवर निचले क्षेत्रों में उतर रहे हैं. ऐसे मे यह हिम तेंदुए का शावक शायद अपने झुंड से बिछड़कर ग्रामीण क्षेत्र मे पहुंचा है और उसे काफी चोटे भी आई है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दे दी है.
ग्रामीणों का कहना है कि इन दिनों ज्ञाबुग गांव (Gyabug village of Kinnaur) के ऊंचाई वाले इलाकों मे बर्फबारी के चलते जंगली जानवर निचले क्षेत्रों मे उतर रहे हैं. ऐसे में यह हिम तेंदुए का शावक शायद अपने झुंड से बिछड़कर ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचा है और इस शावक को काफी चोटे भी आई है. ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित भी किया है और फिलहाल पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों को पंचायत क्षेत्र जहां पर हिम तेंदुए का जख्मी शावक है. उस तरफ जाने से मना किया है ताकि किसी के जानमाल का नुकसान न हो.
बता दें कि इन दिनों जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद जंगली जानवर जिसमें भालू-तेंदुआ व अन्य जंगली जानवर निचले क्षेत्रों मे उतरते हैं. ऐसे में जिला वन विभाग ने ऐसी परिस्थिति में तुरंत वन विभाग को सूचित करने का आग्रह भी किया है. लोगों को जंगली जानवर दिखने पर स्वयं को सुरक्षित जगह पर रहने को कहा है, क्योंकि कई बार जंगली जानवर जख्मी होने के चलते खूंखार हो जाते हैं इस दौरान वह किसी पर भी हमला कर सकते हैं.