किन्नौर: जिला किन्नौर के लोगों में नये मोटर वाहन अधिनियम के तहत गाड़ी चलाते वक्त सीट बेल्ट वाले कानून को लेकर खासी खुशी देखने को नहीं मिल रही है. लोगों का कहना है कि हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में सीट बेल्ट कामयाब नहीं है.
कहीं सीट बेल्ट ही न बन जाए मौत का कारण! नए कानून से पहाड़ों में वाहन चालक नाखुश - नए कानून
प्रदेश में वाहनों के सीट बेल्ट कानून को लेकर लोगों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत तो किया है, लेकिन प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में इस नियम में थोडे़ बदलाव की मांग भी की है.
लोगों का कहना है कि दुर्घटना के वक्त जब वाहन पहाड़ियों से टकराती है या खाई में गिरती है तो सीट बेल्ट शरीर में फंस जाता है, जिस कारण कई बार चलाक व साथ बैठे व्यक्ति को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाता और उनकी मौत हो जाती है.
बता दें कि लोगों ने सरकार व न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन लोगों ने पहाड़ी इलाकों में रियायत भी मांगी है. लोगों का कहना है कि समतल इलाकों में सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य होना चाहिए लेकिन पहाड़ी इलाकों को देखते हुए इस नियम में थोडे़ बदलाव किए जाने चाहिए.