किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में मिनी सचिवालय में दर्जनों कार्यालय मौजूद है, जिसमें सैकड़ों कर्मचारी व कई दस्तावेज भी मौजूद है. ऐसे में पिछले कई वर्षों से मिनी सचिवालय के दोनों ओर के दरवाजे टूटे हुए हैं, जिसमें कभी कोई भी व्यक्ति, शरारती तत्व व पशु आ सकते हैं.
बता दें कि रिकांगपिओ में स्थित मिनी सचिवालय का भवन कई वर्ष पुराना है और भवन के निर्माण में लकड़ियों का प्रयोग अधिक किया गया है, जिसमें आगजनी का खतरा भी बना हुआ है.
भवन के टूटे दोनों मुख्य दरवाजे. वहीं, इस भवन में जगह-जगह से दरवाजे व खिड़कियों की शीशे टूटे हुए हैं और भवन के अंदर भी काफी नुकसान हुआ है. वहीं, कई विभागों के दस्तावेज की अलमारियां बाहर बरामदे में रखी गई है, जिसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी नहीं है. ऐसे में इन दस्तावेजों व अन्य सामानों की चोरी का भी खतरा बना हुआ है.
इस भवन के अंदर कई बार सरकारी कार्यालयों में अवकाश के दौरान छोटे बच्चे भी खेलते रहते हैं. ऐसे में भवन में बिजली की तारें खुली हुई हैं और बच्चों को करंट लगने व भवन में आगजनी का खतरा भी बना हुआ है, जिससे भवन में करोड़ों का सामान व दस्तावेज खतरे में आ सकते हैं.सहायक उपायुक्त किन्नौर हर्ष अमरेंद्र सिंह ने कहा कि मिनी सचिवालय में दोनों दरवाजो में जल्द ही नए दरवाजे लगाए जाएंगे, जिससे मिनी सचिवालय में कोई अप्रिय घटना न हो सके. इस भवन में दर्जनों विभागों के कार्यालय मौजूद है.