किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर के रिब्बा गांव में पिछले दिनों पहाड़ियों से हिमस्खलन हुआ था. जिससे रिब्बा के ग्रामीणों को लाखों का नुकसान पहुंचा था. जानकारी के अनुसार इस ग्लेशियर ने रिब्बा के ग्रामीणों के 2507 सेब के पेड़, 15 दोगरी, 15 गाय के पशुशालाओं को अपने आगोश में लिया और साथ ही कई लोगों आशियाने भी नहीं रहे.
उपायुक्त किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि बीते दिनों रिब्बा में ग्लेशियर से लाखों का नुकसान हुआ है. जिसके आकलन के लिए तहसीलदार मूरंग को मौके पर भेजा गया था और उनके अनुसार रिब्बा में 60 लाख का नुकसान आंका गया है.
वहीं, रिब्बा में लोगों को हुए नुकसान पर उनको जल्द मुआवजा भी दिया जाएगा. साथ ही साथ मौसम गर्म होते ही ग्लेशियर चिन्हित स्थानों पर चेक डैम और पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से गांव के बचाव के लिए बड़ी बड़ी दीवार भी लगाई जाएगी.
बता दें कि रिब्बा गॉव में हर वर्ष सर्दियों में ठीक इसी स्थान पर ग्लेशियर से लोगों के लाखों के बगीचे और अन्य चीजों को क्षति पहुंचती है. वहीं, गर्मियों में भी बारिश के कारण ग्रामीणों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है. ऐसे में रिब्बा के ग्रामीणों को दोनों मौसम में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ये भी पढ़ेंःयह हिमस्खलन नहीं आफत है, इसे देख प्रकृति के समक्ष हो जाएंगे नतमस्तक