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शुष्क इलाकों में सिंचाई के पानी के व्यवस्था पर प्रशासन विचाराधीन: डीसी किन्नौर

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Published : Apr 5, 2021, 3:57 PM IST

किन्नौर के डीसी हेमराज बैरवा ने रिकांगपिओ में जानकारी देते हुए कहा कि जिला के शुष्क क्षेत्रों में लोगों को सिंचाई के लिए पानी की समस्याएं आती रहती हैं. ऐसे में शुष्क क्षेत्र की पंचायतों के साथ जिला प्रशासन मिलकर सिंचाई हेतू पानी की व्यवस्था को लेकर प्रशासन योजनाएं बना रहा है. बता दें कि जिला किन्नौर के पूह खंड के करीब 24 ऐसी पंचायत हैं जहां पर सिंचाई के पानी की किल्लत है. जिसके चलते स्थानीय बागवानों व किसानों को कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है.

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किन्नौर के डीसी हेमराज बैरवा

किन्नौर: जिला किन्नौर के डीसी हेमराज बैरवा ने रिकांगपिओ में जानकारी देते हुए कहा कि जिला के शुष्क क्षेत्रों में लोगों को सिंचाई के लिए पानी की समस्याएं आती रहती हैं. ऐसे में शुष्क क्षेत्र की पंचायतों के साथ जिला प्रशासन मिलकर सिंचाई हेतू पानी की व्यवस्था को लेकर प्रशासन योजनाएं बना रहा है, ताकि सिंचाई के मुख्य स्रोत से पानी को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके और लोगों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके. ऐसे में प्रशासन लगातार इस विषय को लेकर विचाराधीन है.

डीसी किन्नौर ने कहा कि जिला के पूह खण्ड के अधिकतर क्षेत्र शुष्क है. जहां गर्मियों के शुरुआती दौर से सिंचाई के पानी की कमी के चलते बागवानों व किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि वे जिला के सभी शुष्क इलाकों का दौरा कर चुके हैं और सभी क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों से भी इस विषय में चर्चा कर चुके हैं.

वीडियो.

बागवानों व किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के बारे में योजना बनाई जाएगी

ऐसे में आने वाले समय मे दोबारा से पंचायत प्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर पहाड़ों से ग्लेशियर व छोटे नालों से पानी के जलस्त्रोत को बागवानों व किसानों के खेतों तक पहुंचाने के बारे में योजना बनाई जाएगी, ताकि शुष्क इलाकों में सिंचाई की पानी की व्यवस्था की दिक्कत न हो.

किसानों को कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है

बता दें कि जिला किन्नौर के पूह खंड के करीब 24 ऐसी पंचायत हैं जहां पर सिंचाई के पानी की किल्लत है. जिसके चलते स्थानीय बागवानों व किसानों को कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है. ऐसे में जिला के ऊपरी क्षेत्र के बागवान किसान व पंचायतों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन लगातार सिंचाई के पानी की व्यवस्था को लेकर विचाराधीन है.

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