किन्नौर: जिला किन्नौर में मजदूरों की बढ़ती संख्या शायद अब जिला में कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका को जता रही है. वहीं, रोजाना सैकड़ों मजदूर अपनी मजदूरी के लिए जिला की ओर आ रहे हैं. ऐसे में खासकर जिला में स्थापित जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माणाधीन कार्यों को लेकर सबसे अधिक मजदूरों के प्रवेश जिला में हो रहे हैं.
जिला के जेएसडब्ल्यू, शोंग ठोंग, करछम, तिडोंग परियोजना के कार्यों में आ रहे मजदूरों से भी अब कोरोना का खतरा बढ़ गया है. जिले के तिडोंग परियोजना में दो मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन सख्त हो चुका है. अब जिला के सभी जल विद्युत परियोजनाओं को जिले में अपने मजदूर प्रवेश से पूर्व कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य किया है.
'धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण दोबारा से फेल रहा है'
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण दोबारा से फेल रहा है. ऐसे में अब जिला के बड़े जल विद्युत परियोजनाओं में काम करने आ रहे मजदूरों से भी कोरोना संक्रमण का डर बना हुआ है इसलिए जिला प्रशासन द्वारा सभी परियोजनाओं को अपने मजदूरों के जिला प्रवेश से पूर्व कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य किया गया है, ताकि जिला में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक जा सके.
प्रवेश से पूर्व कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य
उन्होंने कहा कि हाल ही में तिडोंग परियोजना में बाहरी राज्यों से आये कुछ मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ऐसे में अब मजदूरों को कोरोना टेस्ट करवाना परियोजनाओं के लिए अनिवार्य किए गए हैं. बता दें कि जिला किन्नौर में अब कोरोना संक्रमण फैलने से दोबारा से लोगों को चिंता सताने लगी है. वहीं, प्रशासन द्वारा भी अब बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोगों समेत खासकर मजदूरों को जिले में प्रवेश से पूर्व कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया है, ताकि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाया का सके.
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