शिमला:सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक कांगड़ा के वनखंडी में प्रस्तावित चिड़ियाघर बनाने का रास्ता साफ हो गया है. सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेडए) ने इस चिड़ियाघर बनाने को मंजूरी दे दी है. इसके बाद चिड़ियाघर बनाने का काम शुरू हो जाएगा. कांगड़ा में चिड़ियाघर बनाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इससे वन्य प्राणी संरक्षण को भी मदद मिलेगी. ये हिमाचल का सबसे बड़ा चिड़ियाघर होगा.
वनखंडी में चिड़ियाघर स्थापित करने के लिए सेंट्रल जू आथोरिटी ने अपनी मंजूरी दी दी है. यह चिड़ियाघर कांगड़ा के वनखंडी में करीब 192 हेक्टेयर में स्थापित किया जाएगा. कांगड़ा जिले के बनखंडी में बड़ा चिड़ियाघर स्थापित करना कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी बनाने की दिशा में सुखविंदर सिंह सुक्खू की ड्रीम परियोजनाओं में से एक है. हिमाचल प्रदेश सरकार, वन विभाग वन्यप्राणी प्रभाग के अधिकारियों व वन्यजीव संरक्षण विशेषज्ञों ने चिड़ियाघर की स्थापना के लिए मिलकर प्रयास किए थे, जिसके बाद सेंट्रल जू आथोरिटी ने इसको मंजूरी दी है. इस चिड़ियाघर के बनने से पर्यटन को बढ़ावा के साथ-साथ रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे यहां के समाजिक-आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी.
वन विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल (हॉफ) राजीव कुमार ने कहा है कि सेंट्रल जू आथोरिटी (सी जेड ए) की तकनीकी समिति की बैठक के दौरान इस चिड़ियाघर के प्रस्ताव का गहन मूल्यांकन किया गया. गहन विचार विर्मश और जांच के बाद समिति ने इसको मंजूरी देने की सिफारिश की. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में यह चिड़ियाघर, वन्यजीव संरक्षण और वन्यजीवों की जानकारी लोगों को देने में अहम भूमिका निभाएगा.