धर्मशालाः जिला कांगड़ा में बैजनाथ के ऐतिहासिक शिव मंदिर में रविवार शाम को आरती के बाद अखरोट बरसेंगे. बैकुंठ चौदस पर शिव मंदिर में करीब 10 हजार अखरोट की बारिश होती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार शंखासुर नाम के राक्षस ने इंद्रलोक पर कब्जा कर लिया था. जिस वजह से देवता राक्षस से भयभीत होकर गुफाओं में रहने लग पड़े थे. देवताओं के पास बीज मंत्र होने पर वे राजपाठ न होने के बावजूद शक्तिशाली थे.
यह सब देख कर शंखासुर राक्षस ने देवताओं से बीज मंत्र हासिल करने का निर्णय लिया देवताओं को जब इस बात का पता चला तो देवताओं ने भगवान ब्रह्मा से मदद मांगी. तब ब्रह्मा ने शुभ सैया में सोए भगवान विष्णु से देवताओं की सहायता करने का आग्रह किया.