कांगडा:कांगड़ा मिनिएचर पेंटिंग को पुनर्जीवित करने के लिए पांच दिवसीय वर्चुअल कार्यशाला का आगाज हुआ. ये कार्यशाला प्रतिभा स्पंदन सोसाइटी शिमला और कल्प फाउंडेशन मंडी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की जा रही है. कांगड़ा पेंटिंग चित्रात्मक कला है. ये चित्रकारी खनिज और वनस्पति रंगों का उपयोग करते हुए हाथ से बने कागज पर की जाती है.
कार्यशाला में 33 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा
ऑनलाइन कार्यशाला में देश के 11 राज्यों के विभिन्न आयु के लगभग 33 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. इस कार्यशाला का शुभारंभ मंगलवार को डॉ. हरि चौहान क्यूरेटर हिमाचल प्रदेश राज्य संग्राहलय शिमला द्वारा किया गया. डॉ. हरि चौहान ने लघु चित्रकला की कला को बढ़ावा देने में राज्य संग्रहालय की भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि लघु कलाओं के संरक्षण में रियासतों के शासकों द्वारा प्रयास किए गए हैं. साथ ही उन्होंने लघु कला को संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.