ज्वालामुखी: उपमंडल ज्वालामुखी के तहत मझींण तहसील के दो गांव कूटकश्मीर व बड़नाला आजादी के 70 साल बाद भी अपने गांव के लिए पक्की सड़क का मुहं नहीं देख पाए हैं. गांव के लोगों को आपातकाल में मरीज को अस्पताल तक ले जाने के लिए पालकियों का सहारा लेना पड़ रहा है. सिद्दपुर से कूटकश्मीर सड़क को पक्का करने के लिए यहां के ग्रामीण पिछले 12 साल से विभाग के चक्कर काट रहे हैं.
सिद्दपुर ग्राम सुधार सभा के सदस्य संदीप डोगरा व मुनीष डोगरा ने बताया कि यह सरासर लोगों के साथ धोखा है कि सरकारें ग्रामीण विकास को लेकर ढिंढोरा पीटती हैं. कूटकश्मीर व भड़नाल के लोग शेष दुनिया से 20 साल पिछड़े हुए हैं.
लोगों को सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है, जिसके चलते स्थानीय लोगों को आए दिन परेशानी से दो-चार होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर भी इस सड़क को लेकर शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है.