पालमपुर: हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरीन्द्र कुमार चौधरी ने विश्वविद्यालय एनसीसी इकाई का वेबपेज लॉन्च किया है. कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि यह एनसीसी यूनिटें बनाना राष्ट्र की लीडरशिप का एक दूरदर्शी निर्णय था, जिसने युद्ध और शांति के दौरान समय-समय पर इसकी पहचान साबित की है.
एनसीसी 'सी' और 'बी' प्रमाणपत्र लेकर बढ़ाया संस्थान का गौरव
एन.सी.सी. छात्र समुदाय के 'यूनिटी एंड डिसिप्लिन' के नारे ने सबको राष्ट्रीयता की भावना से सबको सराबोर किया है. इस विश्वविद्यालय के बड़ी संख्या में छात्रों ने एन.सी.सी. ईकाइयों में पंजीकरण करवाकर राष्ट्रवाद, अनुशासन जैसे गुणों का बढ-चढ़ कर प्रचार किया है. उन्होंने सन्तोष व्यक्त किया कि समान संख्या में लड़कियों तथा लड़के कैडेटों ने विश्वविद्यालय की एनसीसी ईकाइयों में पंजीकरण करवाया है और 'सी' और 'बी' प्रमाण पत्र प्राप्त करके संस्थान का गौरव बढ़ाया है, जिनमें से कुछ सशस्त्र बलों में भी शामिल हुए हैं.
वेबपेज पर उपलब्ध पाठ्य सामग्री कैडेटों की मिलेगी मदद
प्रो. चौधरी ने वेबपेज को लॉन्च करते हुए आशा व्यक्त की कि पेजों पर उपलब्ध पाठ्य सामग्री कैडेटों की मदद करेगी तथा नियमित रूप से योगदान देने का संकल्प तरोताजा करती रहेगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राष्ट्रीय ध्वज और विश्वविद्यालय ध्वज, एनसीसी ध्वज भी कैंम्पस ऊंचाईयां छुएगा और उड़ान भरेगा.
विश्वविद्यालय में एनसीसी गतिविधियों के बारे में दी जानकारी
इस अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर एनसीसी 5वीं कंपनी, धर्मशाला हिमाचल प्रदेश के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी.के. चौहान ने अनुशासन, व्यवहार और उपलब्धियों के लिए विश्वविद्यालय के कैडेटों की सराहना की. उन्होंने कहा कि संस्थानों में एनसीसी वेबपेज लॉन्च करना उनका विचार था. छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. सतीश पाल ने सभी का स्वागत किया और एनसीसी अधिकारी डॉ. अंकुर शर्मा ने विश्वविद्यालय में एनसीसी गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
इसके अलावा कर्नल डी.के.एस. चौहान की पत्नी डॉ. (श्रीमती) संगीता चौहान तथा विश्वविद्यालय के संविधिक अधिकारी भी कोविड-19 से संबंधित सावधानियों की पालना करते हुए आयोजित संक्षिप्त समारोह में शामिल हुए.
ये भी पढ़ें:COVID-19: एक सप्ताह में करीब 50 हजार 369 सैंपल की हुई जांच