पालमपुर: जिला कांगड़ा की पपरोला नगर पंचायत ने पवित्र मानी जाने वाली बिनवा नदी को दूषित कर दिया है. नगर पंचायत के कूड़ा करकट को राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बिनावा नदी के समीप फेंका जाता है. जिसे बिनवा नदी का पानी भी गंदा हो रहा है.
इस बात को लेकर प्रदूषण बोर्ड ने नगर पंचायत को जुर्माना अदा करने के साथ फटकार भी लगाई गई थी, लेकिन अभी भी नगर पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस बात की कोई परवाह नहीं है.
पूर्व जिला परिषद सदस्य तिलक राज ने कहा कि बैजनाथ नगर पंचायत सफाई व्यवस्था में अभी तक नाकाम साबित हुई है. नगर पंचायत को अर्थदंड भी दिया जा चुका है. तिलक राज ने कहा की बैजनाथ पपरोला को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने में पूर्व विधायक के अथक प्रयास थे.
तिलक राज ने कहा कि प्रशासन सरकार और जनता के बीच में कड़ी का काम करता है. तिलक राज ने कहा कि नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला को बने हुए लगभग 5 साल बीतने को है, लेकिन अभी तक कूड़ा फेंकने की जगह का चयन नहीं हो पा रहा है. तिलक राज ने कहा कि अगर दो महीने के भीतर प्रशासन इस व्यवस्था को करने में असमर्थ रहता है तो उन्हें कानून का सहारा लेना पड़ेगा.
तिलक राज ने कहा कि सरकार कई घोषणाएं करता है, लेकिन धरातल पर सभी निराधार साबित हुई है. तिलक राज ने वर्तमान विधायक से भी आग्रह किया है कि वह इस विषय को गंभीरता से ले और ग्रामीण क्षेत्र को नगर पंचायत से हटाने का कार्य करें क्योंकि इसी साल नगर पंचायत के चुनाव होने हैं, उससे पहले ग्रामीण क्षेत्र को बाहर निकालने की प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए.
तिलक राज ने कहा कि बैजनाथ नगर पंचायत सचिव अपने कार्य के प्रति सचेत हैं, उन्हें उम्मीद है कि सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में अहम भूमिका अदा करेंगे. ताकि बैजनाथ पपरोला नगर पंचायत के वासियों को और पर्यटकों को इस बैजनाथ खीर गंगा घाट पर जो कूड़ा फेंका जाता है उससे निजात मिल सकेगी. तिलक राज ने उक्त विषय को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शहरी विकास मंत्री सरबीन चौधरी, उपायुक्त कांगड़ा और उपमंडल अधिकारी नागरिक बैजनाथ को ई-मेल द्वारा आग्रह किया.
ये भी पढ़ें:सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला की PG प्रवेश परीक्षा रद्द, अब 31 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन