कांगड़ा: जिला कांगड़ा का पौंग बांध (महाराणा प्रताप सागर) इन दिनों विदेशी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार है. ट्रांस हिमालयन क्षेत्र से हजारों मील लंबा सफर तय करके पौंग डैम पहुंचे ये विदेशी परिंदे बर्ड वॉचर्स को भी अपनी और आकर्षित कर रहे हैं.
पौंग डैम में अब तक 48 प्रजातियों के 61,000 विदेशी पक्षी पहुंच चुके हैं. ये विदेशी पक्षी यूरोप, मंगोलिया, चीन, ऑस्ट्रेलिया और साइबेरिया सहित विभिन देशों से हजारों किलोमीटर की लंबी उड़ान भरकर पौंग डैम में पहुंचते हैं.
वन विभाग के वन्य प्राणी विंग के अनुसार ये शुरुआती समय है और इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में विदेशी पक्षी यहां पहुंचेंगे. विभाग के अनुसार इस बार सबसे अधिक संख्या बार हेडेड गीज और करमोर्टेस की है. रेड नैकड पोर्चर्डस और कुट्स की भरमार भी पौंग में देखी जा सकती है. रुडिशेल डक्स और पिनटेल पक्षियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
पौंग डैम में आए विदेशी पक्षी. वहीं, इन विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. विदेशी पक्षियों का अवैध शिकार ना हो सके इसके लिए टीमें बनाकर निगरानी की जा रही है. शिकारियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
ये प्रवासी पक्षी इन दिनों धमेटा, चाटा, खटियाड़ी, बताहड़ी, बुहल खड्ड, गुगलाड़ा, हरसर, नगरोटा सूरियां, हरिपुर, रैंसर, संसारपुर टेरेस आदी इलाकों में देखे जा सकते हैं और इन्हें देखने के लिए काफी तादाद में लोग डैम के तटीय क्षेत्र में रुख कर रहे हैं.
डैम में अभी तक बार हेडेड गीज, कोमन कूट, नॉर्थन पिनटेल, कॉमन टील, कॉमन पोरचर्ड पक्षी पहुंचे हैं. इस बारे डीएफओ राहुल कुमार वाइल्डलाइफ ने बताया कि इस बार अभि तक 48 प्रजातियों के विदेशी पक्षी यहां पहुंचे हैं और 22 प्रजातियों के पक्षी पौंग में ही रहते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार ट्रांस हिमालया से रिकॉर्ड पक्षी आने की संभावना है.