धर्मशाला: विश्व क्षयरोग दिवस जिला कांगड़ा के विभिन्न स्वास्थ्य खंडों में मनाया गया और इसके माध्यम से आम जनता को टीबी की समस्या के बारे में जागरूक किया गया. टीबी अभी भी पूरे विश्व में एक गंभीर समस्या है और लगभग 1 करोड़ लोग विश्व में प्रतिवर्ष इसका शिकार होते हैं.
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इसमें से एक तिहाई मरीज भारत में ही हैं. इस बीमारी से लगभग 4400 लोगों को प्रतिदिन अपनी जान गंवानी पड़ती है. भारत सरकार द्वारा नेशनल ट्यूबरक्लोसिस एलिमिनेशन प्रोग्राम के अंतर्गत 2025 तक इस बीमारी के उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए समय पर जांच, इलाज व रोकथाम मूल मंत्र है.
हिमाचल सरकार द्वारा मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के अंतर्गत 2023 तक इस बीमारी के उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है. आईसीएमआर और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एपिडियोलॉजी चेन्नई द्वारा फरवरी महीने में भारत के कुछ जिलों में एक व्यापक सर्वेक्षण किया गया जिसमें देश के 718 जिलों में से 29 जिलों को सर्वेक्षण द्वारा मेडल के लिए उपयुक्त पाया गया, जिसमें जिला कांगड़ा भी एक है.
कांगड़ा में टीबी के प्रभाव में 20% से ज्यादा की कमी दर्ज
राष्ट्रीय स्तर के सर्वे के मुताबिक जिला कांगड़ा में टीबी के प्रभाव में 20% से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है. यह सम्मान आज दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा प्रदान किया गया. जिला कांगड़ा में आज तक कोरोना के कुल 290537 सैंपल लिये गए हैं जिनमें से 9043 लोगों में कोरोना पाया गया.
आज तक 8522 लोगों ने कोरोना को मात दी है और अपने परिवार के साथ स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं. जिला कांगड़ा का रिकवरी रेट 94% है. अभी तक जिला कांगड़ा में 299 सक्रिय मामले हैं. कोरोना से बचाव की सावधनी जरूर रखें जैसे मास्क पहनना, दो गज की दूरी और हाथों की सफाई.
जिला कांगड़ा में 14768 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना की प्रथम खुराक दी जा चुकी है और 10987 कर्मचारियों को कोरोना की दूसरी खुराक जा चुकी है. 7657 प्रथम श्रेणी के कर्मचारियों को कोरोना की प्रथम खुराक दी जा चुकी है.
प्रथम श्रेणी के 4285 कर्मचारियों को कोरोना की दूसरी खुराक जा चुकी है और 45 से 59 साल के व्यक्ति जो को-मोर्विडीटी से ग्रसित हैं 1364 लोगों को कोरोना की प्रथम खुराक दी जा चुकी है. 60 से ऊपर 36331 सीनियर सिटिजन को कोरोना की प्रथम खुराक दी जा चुकी है. पहली अप्रैल से 45 साल से ऊपर सभी लोगों को कोरोना का टीकाकरण शुरू किया जाएगा.
ये भी पढ़ें-चंबा में पहाड़ों पर हिमपात, भारी बर्फबारी से रास्ते हुए बंद