कांगड़ा: इंदौरा में कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा तथा आत्मा प्रोजेक्ट के सयुंक्त तत्वावधान में जल सरंक्षण अभियान के तहत किसान मेला आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की.
जल सरंक्षण अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन अपने संबोधन में सरवीण चौधरी ने कहा कि किसान-बागवान का समुचित विकास प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है. किसानों-बागवानों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है. उन्होंने विभागों व अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह अभियान केवल कागजों व कार्यक्रमों तक सीमित न रहे, बल्कि जमीनी स्तर पर प्रैक्टिकल रूप देकर सफल बनाने के लिए गांव-गांव घर-घर जाकर जायजा लें.
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार जल शक्ति अभियान के तहत इंदौरा क्षेत्र में 1.41 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है. उन्होंने जल शक्ति अभियान से जुड़े सभी विभागों को परस्पर तालमेल बनाकर अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए. सरवीण चौधरी ने कहा कि इंदौरा क्षेत्र में घटता जल स्तर हम सबके लिये एक गंभीर चिंतनीय विषय है.
सरवीण चौधरी ने कहा हमें अपने बेहतर कल के लिए जल का सरंक्षण, संबर्धन और दक्ष प्रबंधन जरूरी है. उन्होंने कहा कि पानी के सरंक्षण के प्रति सजग और संवेदनशील बनना बेहद जरूरी है. जिसके लिए न केवल हमें अपनी सोच में परिवर्तन लाना जरूरी है, बल्कि जल संचय के प्रति मिलजुल कर सामूहिक प्रयास करने होंगे.
उन्होंने कहा कि जल सरंक्षण के लिए संचालित जल शक्ति अभियान के सफल क्रियान्वयन के प्रति आमजन में चेतना जागृत करना बेहद जरूरी है. उन्होंने लोगों से इस अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों में अपना रचनात्मक सक्रिय सहयोग देने के साथ-साथ जल सरंक्षण अभियान से जुड़ने व इसे जनआंदोलन बनाने की अपील की.
सरवीण चौधरी ने कृषि अधिकारियों से कहा कि वे शून्य लागत प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिये अधिक से अधिक लोगों को जागरूक व प्रेरित करें. उन्होंने अधिकारियों से कृषि योजनाओं को धरातल पर उतारने का आह्वान किया, ताकि किसानों को आधुनिक तकनीकों बारे जानकारी मिल सके.
इससे पहले उन्होंने क्षेत्र के किसानों व विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया व शून्य बजट खेती कर जैविक प्राकृतिक सब्जियां उगाने वाले किसानों के प्रयासों की सराहना की.