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इंसानियत: कोरोना से परेशान इंसान, फिर भी कर रहा है कुत्तों के खाने का इंतजाम

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Published : Apr 18, 2020, 9:46 AM IST

Updated : Apr 18, 2020, 9:51 AM IST

लॉकडाउन में बेजुबानों का दर्द नगर निगम धर्मशाला ने समझा. बाकायदा भोजन बांटने के लिए एक गाड़ी का इंतजाम ही नहीं किया गया,बल्कि जो सफाईकर्मी जिस गली में सफाई करने जा रहे उनको भी पैकेट बांटने के लिए दिए जा रहे है.

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फिर भी कर रहा है कुत्तों के खाने का इंतज़ाम


धर्मशाला: पूरी दुनिया को इस वक्त कोरोना वायरस ने जकड़ा हुआ है. जहां जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ा है. वहीं, नगर निगम गरीब तबके को तो भोजन उपलब्ध करा ही रहा है, लेकिन उसने अब गली-गली घूमने वाले जानवरों को भी रोटी खिलाने का काम शुरु किया है. बाकायदा निगम की गाड़ी कुत्तों को खाना खिलाने के लिए जा रही है.

नगर निगम के मेयर देवेन्द्र जग्गी ने बताया काफी दिनों से लोगों के सुझाव मिल रहे थे. आवारा कुतों की मदद के लिए कुछ किया जाए. अब निगम की एक गाड़ी रोजाना कुतों को खाना बांटने के लिए भेजी जाती है. इसके अलावा सफाई कर्मियों के हाथों भी खाना भेजा जाता है, ताकि गलियों में कुत्तों को बांटा जा सके. उन्होंने बताया लोगो से आग्रह किया है कि अपने आसपास कुत्तों सहित अन्य जानवरों का भी ध्यान रखकर रोटी आदि देने की कोशिश करें

पास की व्यवस्था होगी

कुत्तों और अन्य जानवरों को खाना बांटने के लिए निगम से कुछ लोगों ने संपर्क किया हैं. बाकयदा उन्हें भी अनुमति दी जाएगी, लेकिन पास की संख्या सीमित रहेगी. कुत्ते दिनभर लॉकडाउन के पहले गलियों और होटलों के आस-पास घूमकर अपना पेट भर लेते थे, लेकिन बाजारों में सन्नाटा होने के कारण लोग भी घरों से कम ही निकलकर उन्हे रोटी दे रहे हैं. ऐसे में नगर निगम ने नई कवायद शुरु की. अब कुछ सामाजिक संगठनों को पास जारी करने की दिशा में काम किया जा रहा है.

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इंसान परेशान,संस्कार जिंदा

आज कोरोना से इंसान भले ही परेशान हो,लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भी उसने अपनी इंसानियत को जिंदा रखा है.यही कारण है कि चाहे बात नगर निगम की हो या फिर सामाजिक संगठनों की.आज के दौर में भावना शून्य होते जीवन में लोगों के सामने उन्होंने मिसाल पेश की है. सामाजिक संगठनों ओर प्रशासन के आगे सबसे बड़ी चुनौती इस समय गरीब तबके के लोगों को भोजन उपलब्ध कराना है,लेकिन नगर सरकार ने बेजुबानों का दर्द समझा और इस दिशा में काम करना शुरू किया जिसकी सब तरफ से अब प्रशंसा हो रही है.

Last Updated : Apr 18, 2020, 9:51 AM IST

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