धर्मशाला: श्री इंद्रू नाग देवता का ऐतिहासिक छिंज मेला हर वर्ष की तरह 27, 28, 29 व 30 मार्च को मनाया जाएगा. मेले के सफल आयोजन को लेकर मेला कमेटी की बैठक कैप्टन ईश्वर ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में मेले की आगामी रूपरेखा तय की गई और कमेटी में विस्तार करते हुए नीरज कुमार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एसएस गुलेरिया को संयुक्त सचिव मनोनीत किया गया.
कैप्टन ईश्वर ठाकुर ने कहा कि मेला पूरी तरह से सरकार, प्रशासन व कोरोना से बचाव के नियमों के तहत होगा. सभी दुकानदारों को अपनी दुकान में कूड़ेदान रखना होगा. हैंड सैनिटाइजर रखना होगा. वहीं, खाने-पीने की सामग्री बेचने वाले दुकानदारों को अपना कोरोना नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाने जरूरी होगी. कमेटी व प्रशासन कोई भी इसे चेक कर सकता है.
स्थानीय पहलवानों को ही दी जाएगी प्राथमिकता
मेला कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन ईश्वर ठाकुर ने कहा कि मेले में स्थानीय पहलवानों को ही तरजीह दी जाएगी. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के पहलवानों को मेले के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. पहलवानों को भी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी. उन्होंने कहा कि मेले के दौरान 27 मार्च को श्री इंद्रू नाग मंदिर में हवन यज्ञ-खेल पात्र के बाद नाग देवता ध्वज चढ़ाया जाएगा.
28 मार्च को श्री इंद्रू नाग देवता की छड़ी इंद्रू नाग मंदिर से पारंपरिक तरीके से मुख्य मंदिर से लेकर कोटासनी माता मंदिर व वहां से सीधे मेला मैदान पटोला में पहुंचेगी. इसी के साथ कुश्ती आरंभ होगी. 29 मार्च को इंद्रू नाग देवता का बड़ा मेला व बड़ी कुश्ती का आयोजन होगा. 30 मार्च को मेला होगा. मेला कमेटी की आगामी बैठक 21 मार्च को आयोजित की जाएगी.