हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

सलूणी में विवाह से इंकार करने पर युवती की हत्या पर शांता कुमार ने जताई चिंता, कही ये बात - पालमपुर शांता कुमार न्यूज

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि बेटियों के साथ शर्मनाक अपराध की कहानी कुछ वर्ष पहले हिमाचल के गुड़िया कांड से शुरू हुई. पूरे भारत का चक्कर लगाया, कहीं निकिता, कहीं हाथरस. एक नहीं सैंकड़ों बेटियों के साथ भयंकर और शर्मनाक अपराध घटित हुए. इससे पूरा देश शर्मसार है. वहीं बेटियां भी भयभीत हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार

By

Published : Nov 2, 2020, 8:06 PM IST

पालमपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि बेटियों के साथ शर्मनाक अपराध की कहानी कुछ वर्ष पहले हिमाचल के गुड़िया कांड से शुरू हुई. पूरे भारत का चक्कर लगाया, कहीं निकिता, कहीं हाथरस. एक नहीं सैंकड़ों बेटियों के साथ भयंकर और शर्मनाक अपराध घटित हुए. इससे पूरा देश शर्मसार है. वहीं बेटियां भी भयभीत हैं.

शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में गुड़िया कांड पहला ऐसा कांड था, जिसमें जनता ने पुलिस थाना जलाया और पुलिस प्रमुख आईजी समेत सात पुलिस ऑफिसर सालों जेल में रहे और आज भी हैं. शांता कुमार ने कहा कि इसी प्रकार सलूणी कांड भी पहला ऐसा कांड है, जिसमें विवाह के लिए इन्कार करने पर लड़की की हत्या कर दी.

इन अपराधों के कारण देव भूमि राक्षस भूमि बनती जा रही है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा कारण यह है कि या तो पीड़ितों की शिकायत लिखी ही नहीं जाती या लिखी जाती है तो पूरी ईमानदारी व कुशलता के साथ जांच नहीं हो पाती. इतना ही नहीं अदालतों में पहुंचने वाले मामलों में सजा भी बहुत कम अपराधों में होती हैं.

शांता कुमार ने कहा कि गुड़िया कांड के असली अपराधी इसी गांव में खुलेआम घूम रहे है. कल्पना करें, जिस परिवार की गुड़िया बेटी के साथ ऐसा व्यवहार हुआ हो, उसी परिवार के सामने उसी गांव के अपराधी, खुलेआम घूम रहे हैं, तो उस परिवार के दिल पर क्या बीत रही होगी.

शांता कुमार ने बताया कि मैंने गुडिया कांड की दोबारा नये तरीके से जांच का सुझाव सरकार को दिया था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फिर आग्रह है कि वह जांच अवश्य करवाएं. शांता कुमार ने कहा प्रतिदिन ऐसे समाचार पढ़कर दिल दहल जाता है, शर्म आती है और बेटियों का भविष्य असुरक्षित लगता है. हिमाचल जैसे प्रदेश के आज के समाचार को पढ़कर बहुत अधिक व्यथित हूं. समझ नहीं आता क्या करूं और कहां भाग जाऊं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details