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शांता ने काेराेनाकाल में बढ़ती आत्महत्याओं पर जताया दुख, कहा: निराश में ऐसा कदम ना उठाएं - कोरोना योद्धा

शांता कुमार ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि सरकार और समाज प्रमुख कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर रहे हैं. शांता कुमार ने सम्मान से वंचित हजारों योद्धाओं को भी बहुत-बहुत बधाई दी है. शांता कुमार ने कहा कि समाज में बहुत से लोग अपने-अपने तरीके से हर तरह का सहयोग दे रहे है.

Shanta Kumar
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार

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Published : Jun 20, 2020, 10:47 PM IST

पालमपुर:भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि पूरा देश कोरोना सकंट का मुकाबला बड़े साहस से कर रहा है. सबसे अधिक महत्वपूर्ण और सराहनीय कोरोना योद्धाओं का काम है, जो सेना के जवान की तरह कोरोना सकंट के सामने साहस के साथ लड़ रहे है.

अस्पताल, पुलिस और अन्य आवश्यक सेवाओं के बहुत से कर्मचारी इस कारण सक्रंमित भी हुए हैं. इसके बाद भी सब अपने-अपने मोर्चे पर डटे हुए है. उन्होंने ऐसे योद्धाओं को नमन करते हुए बधाई दी है. शांता कुमार ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि सरकार और समाज प्रमुख कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर रहे हैं.

शांता कुमार ने सम्मान से वंचित हजारों योद्धाओं को भी कोरोना काल में ड्यूटी देने के लिए बधाई दी है. उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि सम्मानित होने वाले कोरोना योद्धाओं के पीछे अन्य बहुत से सहयोगी थे, जो उनकी तरह ही काम कर रहे हैं. डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति को कोरोना योद्धा के तौर पर सम्मानित किया गया है, लेकिन हम सभी जानते है कि उनके पीछे और बहुत से विभाग के गुमनाम कर्मचारी व अधिकारी कोरोना योद्धा के रूप में हर वक्त अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीसी के सम्मानित होने के पीछे इन सबका बहुत बड़ा हाथ है.

शांता कुमार ने कहा कि समाज में बहुत से लोग अपने-अपने तरीके से हर तरह का सहयोग दे रहे हैं. इस दृष्टि से राधा स्वामी सतसंग संस्था का सहयोग बहुत ही सराहनीय है. उनके भवनों में हजारों रोगियों को ठहराया जा रहा है. वहीं, उनके स्वंयसेवक भोजन का भी अच्छे तरीके से प्रंबध कर रहे हैं. उन्होंने पूरे देश में राधा स्वामी सतसंग और इसी प्रकार की अन्य संस्थाओं को भी बधाई दी है. उन्होंने कहा कि यह बड़े दुख का कारण है कि संकट के कारण देश व प्रदेश में आत्महत्याओं की संख्या बहुत बढ़ने लगी है. इसके कई कारण है और पूरे समाज को इस दृष्टि से अधिक सावधान होने की आवश्यकता है. हमें अपने परिवार, गांव और दाएं-वाए ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी कारण से कोई व्यक्ति निराशा में इस प्रकार का कोई कदम न उठाए.

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