ज्वालामुखी: डीएसपी ज्वालाजी तिलक राज की अध्यक्षता में रोड सेफ्टी क्लब की बैठक आयोजित की गई. डीएसपी ने कहा कि दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के सड़कों पर तेज रफ्तार दौड़ रहे हैं. वाहन चालकों के चालान पुलिस उन्हें तंग करने के लिए नहीं बल्कि उनकी नियत सुधारने के लिए करती है.
बैठक के दौरान थाना प्रभारी मनोहर चौधरी ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि सड़क हादसों में 70 प्रतिशत वाहन दोपहिया ही होते हैं, जो ज्यादातर दुर्घटना का शिकार होते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में जरूरत है कि पहले खुद ट्रैफिक के पूरे नियमों का पालन करें व बाद में दूसरों को सुधारें.
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चौधरी ने कहा कि अक्सर देखने मे आता है कि मां-बाप अपने नाबालिग बच्चों को उनकी जिद्द पर वाहन थमा देते हैं, जबकि अभी तक उनके बच्चों को ट्रैफिक के नियमों की जानकारी तक नहीं होती है. इसके लिए माता-पिता भी कानून की नजर में उतने ही दोषी पाए जाते हैं, जितने कि उनके बच्चे. उन्होंने पंचायत प्रधानों से सड़क दुर्घटना से बचाने के लिए बच्चों को रोड सेफ्टी प्रोग्राम से जोड़कर जागरूक करने को कहा.
थाना प्रभारी मनोहर चौधरी ने कहा कि अगर कोई ट्रैफिक नियम को फॉलो करता है तो ये खुद के लिए लाभकारी है. अगर आंकड़े देखे जाएं तो लाखों लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में होती है, इनमें से ज्यादातर 15 से 25 की उम्र के युवा शामिल हैं. लाइफ में एडवेंचर के लिए तेज गाड़ी चलाना हादसे की वजह बनता है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
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