कांगड़ा: कल से प्रदेश में एचआरटीसी सहित निजी बसों का संचालन किया जाएगा. इससे पहले ही कांगड़ा के निजी बस चालक और परिचालक यूनियन धरने पर बैठ गया है. धरने पर बैठे इन लोगों का कहना है कि जब से लॉकडाउन लगा है तबसे इनके मालिकों ने इनकी सुध तक नहीं ली है. इन्हें तीन महीने से कोई वेतन नही दिया गया जिससे इन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
चालक और परिचालकों का कहना है कि इन लोगों को ना ही 15 हजार वेतन दिया जा रहा है और ना ही इनका इन्श्योरेंस करवाया गया है. यूनियन की मांग है कि प्रदेश सरकार इस मामले में निजी बस संचालकों को आदेश दें. इस बारे यूनियन के सदस्य एवं बस चालक स्वर्ण सिंह, संजय कपूर और संजय कुमार ने बताया कि लॉक डाउन लगने के बाद इनकी मुसीबतें बढ़नी शुरू हो गई थी. मालिकों ने वेतन देने से इनकार कर दिया ऐसे में तीन महीने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.