धर्मशाला: श्री चामुंडा देवी मंदिर में पुजारियों के रिक्त पड़े पदों को हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरा जाएगा. इसके लिए मंदिर प्रशासन ने सरकार की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा है. बता दें कि लंबे समस से मंदिर को नियमित पुजारी नहीं मिल पाया है.
कभी सेवानिवृत्त पुजारियों और कई बार उधार के पुजारियों से मंदिर में पूजा अर्चना और धार्मिक अनुष्ठानों का कार्य जैसे-तैसे चलाया जा रहा है. ऐसे में धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों का मत है कि हिंदू संस्कृति के अनुसार मंदिर की पूजा अर्चना का कार्य भार कर्मकांडी और विद्वान पंडित के जिम्मे ही होना चाहिए.
इससे पूर्व मंदिर की पूजा अर्चना कर्मकांडी और पंडित ही चलाते रहे हैं. बेशक अब भी होंगे, लेकिन नियमित पुजारी न होने की कमी अकसर अखरती रहती है. वर्ष 1994 के दौरान मंदिर का सरकार में अधिग्रहण हुआ था, तब दो पुजारी और एक सहायक पुजारी मंदिर की पूजा अर्चना करते थे.