फतेहपुर:क्या हिमाचल में बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को पीएम मोदी ने फोन किया था ? आखिर ऐसा क्या हुआ कि पीएम मोदी को ऐसा करना पड़ा ? ये सवाल इसलिये क्योंकि इन दिनों हिमाचल में एक निर्दलीय उम्मीदवार का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो फोन पर बात करते हुए दिख रहे हैं, कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने उन्हें फोन किया. बीजेपी नेता कृपाल परमार ने टिकट ना मिलने के कारण निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कांगड़ा जिले की फतेहपुर सीट से नामांकन भरा था. वीडियो वायरल होने के बाद अब कृपाल परमार ने फोन पर हुई इस बातचीत के बारे में बताया है.
कृपाल परमार ने क्या कहा: कृपाल परमार के मुताबिक नामांकन वापसी के आखिरी दिन के अगले दिन 30 अक्टूबर को किसी और के फोन पर कॉल आया था. कृपाल परमार फोन नहीं उठा रहे थे इसलिये किसी अन्य बीजेपी नेता के फोन पर मेरी बातचीत पीएम से हुई और किसी ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया, जो वायरल हो रहा है. कृपाल परमार ने कहा कि मेरे साथ 5 साल से प्रताड़ना हो रही थी. मुझे वो सम्मान नहीं मिला जिसका मैं हकदार था. अगर मेरी विदाई चाहते थे तो मैं चाहता था कि आदरपूर्वक विदाई हो लेकिन जलालत की हद होने पर मैंने निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया. परमार ने कहा कि पार्टी में जब तक कार्यकर्ताओं की अनदेखी होगी तो ऐसा होता रहेगा.
वायरल वीडियो में क्या है: दरअसल वायरल वीडियो (Modi And Kripal Parmar Viral Video) में कृपाल परमार फोन पर बात करते नजर आ रहे हैं. जिसमें परमार फोन पर मोदी जी कहकर संबोधित कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने कृपाल परमार को फोन करके पीछे हटने के कहा था. दूसरी तऱफ से फोन पर आवाज सुनाई देती है कि 'मेरा तुम पर हक है, मैं कुछ नहीं सुनूंगा और ये नहीं चलेगा. मेरा कृपाल ये नहीं कर सकता'. जिसपर कृपाल परमार कहते हैं कि नड्डा जी ने मुझे 15 साल जलील किया है.
दूसरी ओर से आवाज सुनाई देती है कि'अगर तुम्हारी जिंदगी में मेरा कोई रोल है और मैंने तुम्हें फोन किया है तो इसे कम मत आंकना, बाकी जिम्मेदारी मेरी'. जिस पर कृपाल परमार कहते हैं कि ये मेरे लिए ये भगवान का आदेश है. लेकिन परमार कहते हैं कि ये दो दिन पहले कहते तो ठीक था. परमार के मुताबिक नामांकन वापसी का अंतिम दिन निकलने के बाद उनकी फोन पर ये बातचीत हुई थी. इस वीडियो के वायरल होने के बाद सवाल उठने लगा कि क्या कृपाल परमार को पीएम मोदी ने फोन किया था. क्योंकि कृपाल परमार फोन पर बार-बार मोदी जी कहकर संबोधित कर रहे थे.
कौन है कृपाल परमार: कृपाल परमार पूर्व राज्यसभा सांसद (Who is Kripal Parmar) हैं. परमार ने 2012 में भी परमार की बीजेपी से टिकट की मांग अधूरी रही थी. 2017 में पार्टी ने उन्हें फतेहपुर से टिकट दिया लेकिन वो सुजान सिंह पठानिया से चुनाव हार गए. 2020 में सुजान सिंह पठानिया का निधन होने के बाद 2021 उपचुनाव में भी कृपाल परमार ने टिकट की मांग की लेकिन पार्टी ने उनकी जगह अर्जुन सिंह को टिकट दे दिया था.