कांगड़ा/ज्वाली:उपमंडल ज्वाली की ग्राम पंचायत मतलाहड़ के गांव जैसर में ठेकेदार द्वारा जनता की आस्था व श्रद्धा के प्रतीक पीपल के पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है. गांव के लोगों ने बताया कि एक ठेकेदार द्वारा पीपल के तीन पेड़ों को काटा गया है, जबकि पीपल व वटवृक्ष के पेड़ को काटना प्रतिबंधित है.
गांववासियों ने कहा कि पीपल के पेड़ों को काटने से पीपल में आस्था रखने वाले लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. वहीं, ठेकेदार की मनमानी भी देखने को मिली है. आखिरकार किसकी अनुमति से पीपल के पेड़ों को काटा गया है और किसने इन पीपल के पेड़ों को कटवाया है.
लेबर के साथ मौके से ठेकेदार गायब
गांववासियों ने कहा कि इसकी सूचना वन विभाग कार्यालय जवाली में दी गई थी, लेकिन शाम तक कोई भी वन विभाग का अधिकारी या कर्मचारी मौका पर नहीं पहुंचा. वन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों ने इस कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया. ठेकेदार भी भनक लगते ही लेबर को लेकर मौका से रफू चक्कर हो गया.