बिलासपुर/कांगड़ा/ऊना:आज मां के शैल पुत्र स्वरुप की पूजा की जा रही है. हालांकि एक बार फिर कोरोना काल के बीच नवरात्रि की शुरुआत हुई है, लेकिन मां के भक्तों में उत्साह की कोई कमी नहीं है. मंदिरों में कोरोना गाइडलाइन के साथ पूजा अर्चना की जा रही है. हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. हालांकि श्रद्धालु मंदिर में न यज्ञ कर पाए और न ही मां को भोग चढ़ा सके.
बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं
बिलासपुर के नैना देवी शक्तिपीठ में मंदिर को पंजाब से आए कारीगरों ने लाइट, फूलों और गुब्बारों के साथ सजाया. मान्यता है कि माता सती की आंखें इसी जगह गिरी थी इसलिए इसे नैना देवी कहा जाता है. श्रद्धालु यहां अपनी आंखों की बीमारियों के दूर होने के बाद चांदी की आंखें भी चढ़ाते हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं को बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा.
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