ज्वालामुखी/कांगड़ा:बेंगलुरु से हिमाचल प्रदेश आए 97 लोगों के लिए ज्वालामुखी में संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है. इन लोगों ने ज्वालामुखी प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से नाखुश होकर सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश जारी किए थे.
जिसके बाद राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रमेश धवाला के पास मामला पहुंचा और धवाला की लताड़ के बाद स्थानीय प्रसाशन की नींद टूटी. अव्यवस्थाओं को लेकर भड़के धवाला की चेतावनी के बाद शुक्रवार रात को ही प्रशासन अपनी भूल सुधारने में जुट गया. जिसके चलते इलाके की दो धर्मशालाओं में क्वारंटाइन किए हुए लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मंशा से देर रात तक प्रशासनिक अधिकारी इंतजामों में जुटे रहे.
क्वारंटाइन किए हुए एक-एक व्यक्ति को शौचालय मिल सके, इसके लिए अग्रवाल ट्रस्ट धर्मशाला से 15 लोगों को ज्वालामुखी की गोपिमल कुठियाला धर्मशाला में शिफ्ट किया गया. वहीं, धवाला के निर्देशों के बाद अब क्वारंटाइन किए हुए लोगों के लिए ज्वालामुखी में दो की जगह तीन संस्थागत केंद्र बना दिए गए हैं. जहां पर सभी लोगों के लिए अलग-अलग से शौचालयों और स्नानागार की व्यवस्था की गई है.
जिसके बाद प्रशाशनिक प्रबंधों से परेशान क्वारंटाइन हुए लोगों ने भी राहत की सांस ली है. धवाला की कड़ी चेतावनी के बाद 15 लोगों के लिए अलग से धर्मशाला का प्रबंध करने के साथ-साथ बाकी बचे लोगों के लिए अटैच्ड टॉयलट बाथरूम कमरों की व्यवस्था की गई है.
शिकायतकर्ताओं ने ईटीवी भारत को जारी वीडियो सन्देश में जाहिर की संतुष्टि
कुल क्वारंटाइन हुए 97 लोगों में से कइ लोगों ने ईटीवी भारत का जारी वीडियो सन्देश में अब व्यवस्थाओं पर सन्तुष्टि जाहिर की है. साथ ही विधायक रमेश धवाला का यह कहते हुए धन्यवाद किया है कि उन्होंने क्वारंटाइन केंद्र का औचक निरक्षण करके खामियों को खुद अपनी आंखों से देखा और अधिकारियों को लताड़ लगाई, विधायक के इन्ही प्रयासों से अब हालात सुधारे गए हैं.
युवक ने लाइव होकर खोली थी व्यवस्थाओं की पोल