धर्मशाला: कांग्रेस व क्षेत्रीय दलों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है. किसान आंदोलन के पीछे देश को तोडऩे वाली ताकतों का हाथ है. कृषि कानूनों से मंडियों को चलाने वाले लोगों की दुकानदारी बंद हो रही है, इसके चलते उन्हें तकलीफ हो रही है. यह बात कांगड़ा-चंबा के सांसद किशन कपूर ने बुधवार को प्रेसवार्ता में कही.
किशन कपूर ने कहा कि अमरेंद्र सिंह बिचौलियों से घिरे हुए हैं. किसान आंदोलन में पंजाब और हरियाणा के कुछ ही किसान हैं, जबकि अधिकतर तथाकथित किसान हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कृषि कानून का अमरेंद्र सिंह, कांग्रेस और अन्य दल विरोध कर रहे हैं. सांसद ने कहा कि मध्य प्रदेश से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में कॉनट्रेक्ट फार्मिंग शुरू करवाई थी, जिससे किसानों को लाभ हुआ था. जिसके तहत जहां पहले 5 एकड़ में आलू की खेती होती थी, कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग लागू होने के बाद 2000 एकड़ में आलू की खेती होने लगी.
लाहौल में कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग
हिमाचल प्रदेश के लाहौल में भी कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग शुरू की गई, जिसमें सबसे ज्यादा दाम आलू का मिला. किशन कपूर ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन को लेकर सबसे बड़ा षडयंत्र अमरेंद्र सिंह कर रहे हैं. किशन कपूर ने आरोप लगाया कि पंजाब का किसान अपनी फसल दो रुपये किलो में बेचने को मजबूर हैं, उनके लिए अमरेंद्र सरकार ने क्या किया.
कांग्रेस पर तंज
कपूर ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किसान हित में लिए गए निर्णयों से कांग्रेस व अन्य दलों को अपनी राजनीतिक जमीन हिलती नजर आ रही है, जिसके चलते यह लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं. इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश शर्मा बबली, प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा, धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष चमन सिंह डडवाल, किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता आनंद शर्मा, जिला कांगड़ा भाजपा अध्यक्ष चंद्रभूषण नाग भी उपस्थित रहे.
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