धर्मशाला:तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने पृथ्वी दिवस पर दुनिया के लिए एक संदेश दिया है. दलाई लामा ने लोगोंं से अपील करते हुए कहा कि इस नीले ग्रह पर हमारे सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों को देखें. हमारा यह ग्रह एक रमणीय निवास स्थान है. इसका जीवन, हमारा जीवन और इसका भविष्य, हमारा भविष्य है.
मानव जाति के हित के लिए काम करना सीखें
दलाई लामा ने कहा कि पृथ्वी हम सभी के लिए एक मां की तरह काम करती है. बच्चों की तरह हम भी उसी पर निर्भर हैं. ओजोन परत पर पड़े रहे असर की वैश्विक समस्याओं के सामने व्यक्तिगत संगठन और एक राष्ट्र असहाय हैं. उन्होंने कहा कि जब तक हम सब मिलकर काम नहीं करेंगे कोई हल नहीं निकल सकता. हमारी धरती मां हमें सर्वभौमिक जिम्मेदारी का पाठ पढ़ा रही है.
दलाई लामा ने कहा कि हम मनुष्यों को मानवता की एकता के बारे में अधिक समझ विकसित करनी चाहिए. हम में से प्रत्येक को न केवल अपने या अपने परिवार या राष्ट्र के लिए नहीं बल्कि मानव जाति के हित के लिए काम करना सीखना चाहिए.
पर्यावरण शिक्षा और व्यक्तिगत जिम्मेदारी बढ़े
दलाई लामा ने कहा कि उन्हें इस बात से खुशी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इस साल पृथ्वी दिवस पर एक लीडर क्लाइमेंट समिट की मेजबानी कर रहे हैं. इसमें विश्व के नेताओं को एक मुद्दे पर चर्चा के लिए लाया गया है जो हम सभी को प्रभावित करता है. उन्होंने कहा कि यदि हमारे ग्रह को निरंतर बनाए रखना है तो पर्यावरण शिक्षा और व्यक्तिगत जिम्मेदारी बढ़ानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यावरण का ख्याल रखना हमारे दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए. तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि इस पृथ्वी दिवस पर हम सभी को अपने हिस्से का काम करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने में मदद करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें:लाहौल स्पीति: बर्फ में फंसी 87 जिंदगियों को BRO के जवानों ने किया रेस्क्यू, रात भर चलता रहा ऑपरेशन