धर्मशाला:तपोवन में सोमवार से शुरू होने वाला विधानसभा का शीतकालीन सत्र गरमाहट भरा होगा, इसके संकेत नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने एक दिन पहले ही दे दिए हैं. विपक्ष का कहना है कि हम गारंटी नहीं दे सकते कि सरकार के मुताबिक चलेंगे और न ही इस बात का शपथ पत्र दे सकते हैं कि हम सदन में खामोश बैठेंगे. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि सदन में हमें चर्चा न करने दी तो हम अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इन्वेस्टमेंट के नाम पर आयोजित की गई ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट लगता है कि जल्द घोटाले में परिवर्तित हो जाएगी.
आलम यह है कि वर्तमान सरकार विधानसभा की बैठकें ही पूरी नहीं कर पा रही है. इस बार भी दस दिन का सत्र होना चाहिए था, लेकिन मंत्रिमंडल ने इसकी अवधि 6 दिन कर दी. अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल को नीलाम करने की कोशिश की जा रही है, विपक्ष के नाते हमें हिमाचल को बचाना है, यह हमारी जिम्मेदारी है. एक इन्वेस्टर्स मीट के बहाने जो एमओयू किए, अब आपको उसकी हकीकत भी पता लगने लगी है. हकीकत में जिस तरह से एमओयू होने चाहिए थे, जिससे इन्वेस्टमेंट आती, उस तरह से नहीं हुई. इन्वेस्टर्स मीट अंतत: एक घोटाले में परिवर्तित होगी. विस्तार में इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा.
जरूरी सिटिंग भी नहीं हो पा रही
अग्निहोत्री ने कहा कि सत्र छोटा है छह दिन का है, सरकार सेशन पूरा नहीं कर पाई है 35 सीटिंग होती है साल में, 5 कम रही है. सरकार विधानसभा की जो जरूरी सिटिंग है, उसे भी पूरा नहीं कर पा रही है. सरकार के पास काफी मुद्दे खड़े हो गए हैं, उन मुद्दों के लिए समय नहीं मिल रहा, जितना समय चाहिए है.