कांगड़ाः अवसरवादिता की राजनीति क्या होती है यह अगर किसी ने कर दिखाया है तो वो है सुखराम परिवार. पूर्व राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के प्रदेश महामंत्री कृपाल परमार ने कहा कि दल बदल की राजनीति से सिरमौर अगर कोई रहे हैं तो वो सुखराम रहे हैं.
कृपाल परमार ने कहा कि सुखराम ने ही दल बदल की राजनीती का शुभारंभ किया था और वहीं इसका समापन करेंगे. परमार ने कहा इस परिवार को कभी कांग्रेस पार्टी में घुटन होती थी तो कभी भाजपा में, ऐसे में मेरी इस परिवार को सलाह है कि वो अपना ईसीजी कराएं. परमार ने कहा कि अनिल शर्मा ने जो मंत्री पद से इस्तीफा देकर अपने पुत्र के साथ जाने का संकेत दिया है वो उनका राजनितिक क्षेत्र में किया हुआ सबसे बड़ा आत्मघाती पग होगा.