कांगड़ा: कोरोना वायरस के संक्रमण को मात देते हुए चीन में काम करने वाला 36 वर्षीय एक वैक्सीन रिसर्चर वुहान से अपने घर हिमाचल प्रदेश पहुंचा है. पेशे से वैक्सीन रिसर्चर सोम दत्त वुहान में एक अपार्टमेंट में 36 दिनों तक बंद रहे.
इसके बाद जब सोम दत्त भारत लौट तो वह 16 दिनों तक दिल्ली में क्वारंटाइन में रहे और आखिर में वह अपने घर कांगड़ा पहुंचकर 11 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहे. दत्त, एक वैक्सीन रिसर्चर के तौर पर चीन में एक कंपनी के साथ काम करते हैं.
यह कंपनी वैक्सीन पर रिसर्च करती है. वह साढ़े तीन साल पहले वुहान गए थे और गुआंगू स्क्वायर में दो कमरों के अपार्टमेंट में रहते हैं. सोम दत्त ने ईटीवी से अपना अनुभव सांझा करते हुए बताया कि 10 जनवरी को स्थानीय अधिकारियों ने सभी निवासियों को मास्क पहनने के लिए कहा था.
कोरोना वायरस एक नई तरह का वायरस था और कोई भी इसके बारे में कुछ नहीं जनता था. वायरस के आते ही एकदम से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ गई और सात दिनों के वसंत उत्सव से पहले बड़ी तादाद में लोग शहर से बाहर जाने लगे, जिसके बाद सरकार ने 23 जनवरी को शहर को बंद कर दिया.
दत्त ने कहा कि शुरू में लोगों को किराने का सामान और आवश्यक सामान खरीदने की अनुमति दी गई थी, लेकिन 10 फरवरी के बाद उन्हें अपने घरों पर रहने को कहा गया और प्रत्येक समुदाय को उनके दरवाजे तक आइटम पहुंचाने के लिए स्वयंसेवक दिए गए थे.