कांगड़ा: पौंग बांध का जलस्तर बढ़ने के बाद डैम से पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से पौंग से लगते फतेहपुर और इंदौरा में बाढ़ जैसे हालात हैं. ऐसे में यहां फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ के साथ-साथ अब भारतीय सेना और वायु सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है. वहीं, आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू कांगड़ा जिले में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. सीएम ने बताया कि वे कांगड़ा जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि 652 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि वह बाढ़ प्रभावित जिला कांगड़ा के दौरे पर जा रहे हैं. पौंग बांध से पानी छोड़ने के बाद फतेहपुर और इंदौरा में बाढ़ जैसे हालात हैं. यहां फंसे 650 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. कांगड़ा में अभी भी 100 लोग फंसे हुए हैं. सीएम ने कहा वहां राहत एवं बचाव अभियान जारी है. साथ ही उन्होंने शिमला समरहिल लैंडस्लाइड में शिव मंदिर के मलबे में से एक और शव बरामद हुआ है.
सीएम ने कहा बारिश और लैंडस्लाइज से हिमाचल को भारी नुकसान हुआ है. इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश को अब तक 10,000 करोड़ रुपये की क्षति हुई है. राज्य के बुनियादी ढांचे के पुनर्विकास में कम से कम 1 साल का वक्त लग जाएगा. कांगड़ा जिले के इंदौरा में बाढ़ पीड़ितों को बचाने और राहत पहुंचाने के लिए अभियान फिर से शुरू किया गया है. प्रभावितों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
कांगड़गा जिले में पौंग बांध से पानी छोड़े जाने से फतेहपुर और इंदौरा क्षेत्र में कई लोगों के फंसे होने की खबर है. उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं. उन्होंने कहा पौंग बांध से अत्याधिक पानी छोड़े जाने से फतेहपुर और इंदौरा क्षेत्र में भारी जलजमाव होने से कईं लोगों के फंसे होने की खबर प्रशासन को मिली थी. उन्होंने बताया जलस्तर ज्यादा होने के कारण बोट के माध्यम से लोगों को निकालना संभव नहीं हो पा रहा था.