कांगड़ा-चंबा में PWD को 600 करोड़ का नुकसान धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश में बरसात ने इस बार खूब कहर बरपाया है. विभिन्न विभागों को बरसात से काफी नुकसान हुआ है. प्रदेश में बरसात से सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को हुआ है. जानकारी के अनुसार कांगड़ा और चंबा जिले में अब तक पीडब्ल्यूडी को 600 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा पौंग डैम से छोड़े गए पानी के चलते कांगड़ा जिले की करीब 80 किलोमीटर सड़क पानी में है.
पौंग डैम के पानी में डूबी सड़कें:पीडब्ल्यूडी कांगड़ा जोन के चीफ इंजीनियर एनपी सिंह ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर पीडब्ल्यूडी ने कांगड़ा में पौंग डैम के पानी में समाए रोड़ के नुकसान का आकलन 25 करोड़ रुपये किया है, जबकि सही आकलन पानी से सड़क के बाहर आने पर ही किया जाएगा. हालांकि सड़कों से पानी का स्तर कम हुआ, लेकिन अभी भी सड़कें पानी में डूबी हुई हैं. जिला कांगड़ा और चंबा पीडब्ल्यूडी कांगड़ा जोन के अंतर्गत आते हैं. जिसमें जिला कांगड़ा के दो सर्कल पालमपुर और नूरपुर, जबकि जिला चंबा का एक सर्कल डलहौजी शामिल है.
बारिश से 104 सड़कें बाधित:पीडब्ल्यूडी कांगड़ा जोन के चीफ इंजीनियर एनपी सिंह ने बताया कि बरसात में लैंडस्लाइड और बाढ़ के कारण करीब 104 सड़कें बाधित हुई. जिन्हें बहाल करने में विभाग जुटा हुआ है. हालांकि विभाग द्वारा कुछ सड़कें सुचारू रूप से बहाल कर दी गई हैं. सड़कों की बहाली के लिए विभाग के श्रमिक लगातार काम में जुटे हुए हैं. इसके अलावा रात के समय भी काम जारी रखा जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द सड़कें बहाल की जा सके. कई जगहों पर छोटे-छोटे संपर्क मार्ग भी बरसात के चलते बाधित हुए हैं, जिनकी बहाली का काम जारी है.
कांगड़ा में बरसात से टूटी सड़कें डैम के पानी में समाई 80 KM सड़क: कांगड़ा जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण पौंग डैम का जलस्तर भी काफी बढ़ रहा है. जिसके चलते पौंग डैम से समय-समय पर पानी छोड़ा जा रहा है. जिसके चलते कांगड़ा जिले की करीब 80 किलोमीटर सड़क पौंग डैम के पानी में समा गई है. जिस पर विभाग लगातार नजर बनाए हुए है. विभाग की मानें तो पानी का स्तर कम होने पर ही इस रोड़ की भी दशा सुधारी जा सकेगी और नुकसान का भी सही आकलन किया जाएगा.
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