धर्मशाला: विधानसभा शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए तय किया गया था. इस दौरान विधायकों की ओर से सदन में विभिन्न विषयों पर संकल्प प्रस्तुत किए गए. इस मौके पर सत्ता पक्ष के विधायक कुलदीप सिंह राठौर और विपक्ष के विधायक सुखराम चौधरी की ओर से प्रदेश में बढ़ते नशे के व्यापार पर चिंता जताते हुए इसको लेकर कोई ठोस नीति बनाने को लेकर संकल्प प्रस्तुत किया. इस दौरान सदन के अंदर में बीते दिनों NIT हमीरपुर में हुए नशे के प्रकरण कभी जिक्र हुआ और नशे की रोकथाम के लिए चर्चा हुई.
सदन में संकल्प प्रस्तुत करने पर ठियोग विधनसभा क्षेत्र के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि उनकी तरफ से सदन में यह संकल्प लाया गया है. उन्होंने बताया है कि बीते दिनों हिमाचल प्रदेश में लगातार नशे के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जो बेहद गंभीर विषय है. उन्होंने NIT हमीरपुर में हुए प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि आज शिक्षण संस्थानों में भी नशे के सौदागर युवा पीढ़ी को पंगु बनाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में बेहद लचर व्यवस्था है. जो वॉर्डन होते हैं वो कभी हॉस्टलों में नहीं जाते हैं. उन्हें पता ही नहीं होता कि हॉस्टलों में क्या चल रहा है. कमोबेश यह हाल सभी शिक्षण संस्थानों में है.
विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि 20 से 25 साल के युवाओं की मौतें हो रही हैं और परिवारजन भी नहीं बता पा रहे हैं कि उनकी मौत क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि हिमाचल के दूर दराज वाले क्षेत्रों में नशा पहुंच चुका है. ये हम सब लोगों के लिए काफी चिंता का विषय है और हमें युवा पीढ़ी को नशे से बचाना होगा. मैंने ये सदन में मुद्दा उठाया है कि आखिर ये नशा आ कहां से रहा है. उन्होंने कहा कि नशे की ये खेप पाकिस्तान बॉर्डर से आ रही है. दिल्ली में जो अफ्रीकन मूल के छात्र हैं उनसे नशा आ रहा है.