पालमपुरः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार शनिवार को सुलह विधानसभा क्षेत्र के अरला में हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड धर्मशाला के कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे.
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के कामगारों को 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना कार्यान्वित की गई है. इस योजना के तहत 60 वर्ष की आयु के बाद तीन हजार रुपये प्रदान करने का प्रावधान है. प्रदेश में योजना के अन्तर्गत 33078 कामगार इस योजना से जोड़े गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार. परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना असंगठित कामगारों की वृद्धावस्था की सुरक्षा के लिए है. इस योजना से देश के रिक्शा चालक, फेरीवाला, मिड-डे-मील कामगार, बोझ उठाने वाले कामगार, ईंट भट्टा कामगार, मोची, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामगार, धोबी, घर से काम करने वाले कामगार, खुद का काम करने वाले कामगार, खेतिहर कामगार, निर्माण कामगार, बीड़ी बनाने वाले कामगार, हथकरघा कामगार, चमड़ा कामगार, ऑडियो विजुअल कामगार या इसी तरह के अन्य व्यवसायों में काम करने वालों के लिए है.
असंगठित कामगार के लिए इस योजना के तहत 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के बीच वाले लोग आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें आयु अनुसार प्रत्येक माह 55 रुपये से अधिकतम दो सौ रुपये का अंशदान देना होगा. जिसके तहत उन्हें 60 वर्ष की आयु के उपरांत कम से कम तीन हजार रुपये की पेंशन प्राप्त होगी.
साथ ही इस कार्यक्रम में मंत्री विपिन सिंह परमार ने बोर्ड में पंजीकृत लाभार्थियों को बोर्ड द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं के तहत सामान वितरित किया. उन्होंने 566 लाभार्थियों को सोलर लैंप, 514 लाभार्थियों को महिला साइकिल, 662 लाभार्थियों को इन्डक्शन चूल्हे वितरित किए. परमार ने बताया कि कांगड़ा में विभाग की ओर से अब तक 9628 लाभार्थियों को 6 करोड़ 98 लाख, 18 हजार 636 रुपये की राशि वितरित की है.
मंत्री विपिन सिंह परमार कहा कि मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई, शादी, बीमारियों, पेंशन, दिव्यांग पेंशन, अंतिम संस्कार सहायता, मृत्यु प्रसुविधा, कौशल विकास के लिए नकद सहायता के अलावा वाशिंग मशीनें, इंडक्शन चूल्हे, सोलर लाइटें और साईकलें वितरित की जा रही हैं.
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