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जीएस बाली ने पंचायत चुनाव को लेकर सरकार पर उठाए सवाल, कही ये बात - himachal update

जिला परिषद चुनाव में विकास खंड रैत के चड़ी वार्ड से छह हजार मतों के अंतर से जीते कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली से के घर आशीर्वाद लेने पहुंचे. इस दौरान पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता जीएस बाली ने प्रदेश चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह परिणाम ओर भी अच्छे हो सकते थे, अगर चुनाव आयोग अच्छे से काम करता.

GS Bali
जीएस बाली

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Published : Jan 23, 2021, 9:26 PM IST

Updated : Jan 24, 2021, 3:32 PM IST

धर्मशाला: जिला परिषद चुनाव में विकास खंड रैत के चड़ी वार्ड से छह हजार मतों के अंतर से जीते कांग्रेस के पंकज उर्फ पंकू ने आज सुबह परिणाम घोषित होने के साथ ही पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली से आशीर्वाद लिया. अपने समर्थकों के साथ पंकज बाली के निवास पर पहुंचे.

गरीब परिवार से होने के बावजूद बड़ी जीत

पंकज को बधाई देने के बाद बाली ने पत्रकार वार्ता में कहा छोटे गांव व गरीब परिवार से होने के बावजूद पंकज ने इतनी बड़ी जीत हासिल की है, उसके लिए वह बधाई के पात्र हैं. उन्होंने कहा जिला परिषद चुनाव के परिणाम आने से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा टूट रही है और विघटन हो रहा है. जो परिणाम आए हैं, उसके हिसाब से कांग्रेस अपने बीडीसी व जिला परिषद अध्‍यक्ष-उपाध्‍यक्ष बनाएगी.

चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता जीएस बाली ने प्रदेश चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह परिणाम ओर भी अच्छे हो सकते थे, अगर चुनाव आयोग अच्छे से काम करता. मतदान के दौरान हर मतदाता को पांच-पांच पर्चियां पकड़ा दीं, लेकिन किसी भी पर्ची में यह नहीं लिखा था कि कौन सी पर्ची किस पद के प्रत्याशी की है.

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वहीं, दूसरी बड़ी बात यह कि चुनाव आयोग ने बैलेट पेपर में चुनाव चिन्ह तो प्रत्याशियों के छाप दिए, लेकिन नाम नहीं छापे. फिर यह काम डयूटी पर तैनात शिक्षकों को दे दिया गया. कई शिक्षकों की लिखाई अच्छी न होने के कारण प्रत्याशियों के नाम ही अच्छे से नहीं पढ़े जा रहे थे. ऐसे में गलत नाम पर मुहर भी लग सकती थी.

चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली लोकतांत्रिक व्यवस्था का मजाक

आयोग को ऐसे काम नहीं करना चाहिए थे. अगर सही व्यवस्था होती तो एक-एक, दो-दो वोटों से जीतने वाले प्रत्याशियों के मन में कोई शक नहीं रहता. ऐसी कार्यप्रणाली लोकतांत्रिक व्यवस्था का मजाक नहीं तो और क्या है. उन्होंने सरकार व चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि भविष्य में इन कमियों को दूर किया जाए.

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Last Updated : Jan 24, 2021, 3:32 PM IST

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