धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में 19-20 अप्रैल को जी20 बैठक होगी. जी20 विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की बैठक में भारत सहित दुनियाभर के लगभग 70 प्रतिनिधि भाग लेंगे. ऐसे में जिला प्रशानस द्वारा अभी से ही तैयारियां की जा रही है. जी20 बैठक की तैयारियों के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एल. रमेश बाबू (आईएफएस) ने की. उपायुक्त कार्यालय में आयोजित इस बैठक में भारत सरकार में विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड की निदेशक डॉ. मधु सिन्हा, एसपी कांगड़ा डॉ. खुशाल शर्मा, उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एल. रमेश बाबू ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ जी20 बैठक से संबंधित सभी तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जी20 देशों की अध्यक्षता करने की जिम्मेदारी भारत को मिली है जो कि बड़े ही गौरव की बात है. उन्होंने बताया कि इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों में जी20 की 200 से अधिक बैठकों का आयोजन होगा. धर्मशाला में भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड और अनुसंधान और नवाचार के जी20 कार्य समूह की बैठक होना प्रस्तावित है.
विदेशी प्रतिनिधि करें स्थानीय संस्कृति का दर्शन:विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि भारत समृद्ध सांस्कृतिक सम्पदा और परम्पराओं से परिपूर्ण देश है. उन्होंने कहा कि यहां प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेष पहचान, परम्पराएं और तौर-तरीके हैं. उन्होंने कहा कि कई देशों के प्रतिनिधियों के धर्मशाला पहुंचने पर, उन्हें हिमाचल प्रदेश तथा जिला कांगड़ा की पहचान से जुड़े प्रतीकों का अवलोकन करवाना चाहिए. उन्होंने कहा कि विदेशी प्रतिनिधियों के स्वागत और प्रवास के दौरान उन्हें स्थानीय संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों और पारम्परिक तौर-तरीकों से रूबरू करवाया जाए.