पालमपुर: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर एक जुलाई से एस्कार्ट सुविधा वापस लेने के लिए कहा है. शांता ने कहा कि अब वह सांसद भी नहीं हैं और सक्रिय राजनीति से भी मुक्त हो गए हैं, ऐसी परिस्थिति में एस्कार्ट सुविधा की उन्हें कोई आवश्यकता नहीं है.
शांता कुमार ने सरकारी एस्कोर्ट सहित कर्मचारी लौटाने की पेशकश और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एस्कोर्ट व सरकारी कर्मियों को वापस बुलाने की मांग की. उन्होंने कहा कि जब वह 1977 में मुख्यमंत्री बने थे तो उस समय एक-एक पैसे की बचत की थी उसी के तहत यह आदेश दिया था.
शनिवार के दिन हर सरकारी गाड़ी हेडक्वाटर आ जाए और रविवार के दिन कोई भी गाड़ी कहीं न जाए इस तरह के दो तीन कार्य करने से कार्यकाल के पहले 2 साल में 50 करोड़ की बचत हुई थी और उससे काम में कोई फर्क नहीं पड़ा था. देश के धन का जरूरत से ज्यादा खर्च नहीं होना चाहिए. उसी दिशा में यह कार्य किया है.
शांता कुमार ने कहा कि सभी सरकार का पैसा बचाए. पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार वर्तमान मुख्यमंत्री से एस्कोर्ट सुविधा सहित तैनात कर्मचारियों को वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने यह सुविधा पहली जुलाई से लौटाने का निर्णय लिया है. इसलिए सरकार इस दिन से अपनी यह सुविधा वापिस ले ले.
उन्होंने तर्क दिया कि अब वह सांसद नहीं हैं और सक्रिय राजनीति से भी मुक्त हो गए हैं. आयु भी अब घर से बाहर प्रवास की इजाजत नहीं दे रही है, ऐसी परिस्थिति में एस्कार्ट सुविधा की उन्हें कोई आवश्यकता नहीं है. एक सरकारी गाड़ी और चार कर्मचारी बिना काम के यहां होते हैं.
लाखों रूपये का यह खर्च उन्हें चुभता रहता है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि अब उन्हें यह सुविधा बिलकुल नहीं चाहिए, इसलिए इस सुविधा को अतिशीघ्र वापिस करवाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है. उन्होंने यह चाहा है कि यह सुविधा एक जुलाई, 2020 से ही वापिस कर ली जाए.