धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है. जिला कांगड़ा में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 81 मरीजों में यूके वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया है. 31 मई तक ऐसे 271 मरीजों की रेंडम सैंपलिंग करके सैंपल जांच के लिए दिल्ली स्थित लैब में जिनोम सिक्वेंसी भेजे गए थे, लैब की रिपोर्ट में 81 मरीजों में यूके वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus variant) पाया गया है.
सीएमओ डॉ. गुरदर्शन गुप्ता (CMO Dr. Gurdarshan Gupta) ने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा (Rajendra Prasad Medical College Tanda) से 135 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से 5 सैंपल में यूके वेरिएंट और 23 में डेल्टा वेरिएंट पाया गया गया है. वहीं, पालमपुर स्थित आईएचबीटी लैब से 136 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें 4 में यूके वेरिएंट, 48 में डेल्टा और 1 में डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया है. सीएमओ ने कहा कि हो सकता है कि जिले में दूसरी लहर के दौरान इन्हीं वेरिएंट के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी हो.
15 अगस्त तक 12,13,533 को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य
सीएमओ ने कहा कि जिला कांगड़ा में 12 लाख 13 हजार 533 लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य तय किया गया है, जिनमें से 7 लाख 25 हजार 15 को पहली डोज दी जा चुकी है और लगभग 1 लाख लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक शेष पात्र लोगों यानी 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेश लगाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके अलावा 45 वर्ष से अधिक और फ्रंट लाइन वर्कर (front line worker) को 9 जुलाई तक वैक्सीनेशन कवर करने का प्रयास किया जाएगा.